नागरिकता संशोधन कानून पर मची रार के बीच नित नए नाम सामने आ रहे हैं. फिलवक्त नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर के बीच आरोप-प्रत्यारोप से मामला काफी गर्म चल रहा है. इस बीच हिंदी फिल्म उद्योग के एक और चर्चित चेहरे के इस मसले में कूद पड़ने से सीएए की मुखालफत और तेज व तीखी हो गई है. मशहूर चित्रकार जतिन दास की बेटी और ख्यात सिनेनेत्री और रंगमंच अभिनेत्री नंदिता दास भी सीएए और एनआरसी के विरोध में आ खड़ी हुई हैं.
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इस मसले पर राजनीति नहीं हो
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में नंदिता दास ने खुलकर सीएए और एनआरसी का विरोध किया. उन्होंने कहा कि इसके विरोध में देश के स्टूडेंट्स ने आवाज उठाई है और इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. नंदिता दास ने कहा कि यह एक ऐसा कानून है, जिसके जरिये आपसे भारतीय होने का सूबत मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह शाहीन बाग हर जगह बन रहे है. उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है, जो पहली कभी नही थी. साथ ही देश की आर्थिक हालत में बदतर होते जा रहे है.
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धर्म के नाम पर लोगों को जा रहा बांटा
उन्होने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब धर्म के नाम पर लोगों को विभाजित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फिल्मी जगत के लोग भी पहली बार इस तरह के कानून के खिलाफ बोलने लगे है और सभी को बोलने का हक है. नंदिता दास इसके पहले गुजरात दंगों पर फिल्म बना कर विवादों के केंद्र में आ चुकी हैं. इसके अलावा जेएनयू समेत और भी कई मसलों पर बेबाक बयान देकर वह अच्छे-खासे बयानों को जन्म दे चुकी हैं. यह अलग बात है कि नसीरूद्दीन शाह और अनुपम खेर के विवाद पर वह बयान देने से बचती नजर आई.
HIGHLIGHTS
- नंदिता दास भी सीएए और एनआरसी के विरोध में आ खड़ी हुई हैं.
- इसके जरिये आपसे भारतीय होने का सूबत मांगा जा रहा है.
- धर्म के नाम पर लोगों को विभाजित किया जा रहा है.