हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah Birthday) आज (20 जुलाई) अपना 71वां बर्थडे मना रहे हैं. 20 जुलाई 1950 में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में आज ही के दिन नसीर का जन्म अली मोहम्मद शाह के घर में हुआ था. उनके पिता सरकारी विभाग में बड़े अधिकारी थे. उनके पिता चाहते थे कि वह सरकारी अधिकारी या फिर डॉक्टर बनें लेकिन नसीर (Naseeruddin Shah) तो पर्दे पर अपने जादू दिखाना चाहते थे. 100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके नसीरुद्धीन शाह ने 45 साल पहले अपने करियर की शुरुआत की थी.
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अपने आप में एक्टिंग स्कूल हैं नसीर
दिल्ली स्थित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अदाकारी सीखने वाले नसीर ने हिंदी सिनेमा में काम करते हुए ऐसे बेहतरीन किरदार निभाए हैं जिन्हें देखने के बाद आप सारे एक्टिंग स्कूल भूल जाएंगे. नसीर अपने आप में एक्टिंग का विद्यालय हैं. उन्होंने अभिनय के शानदार नमूने पेश किए हैं. तीन फिल्मफेयर पुरस्कार, तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और वेनिस फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए द वोल्पी कप जीत चुके नसीरुद्दीन को भारत सरकार ने पद्मश्री और पद्म भूषण जैसे पुरस्कारों से भी सम्मानित किया है.
फिल्म 'निशांत' से शुरू किया था करियर
नसीरूद्दीन शाह ने अपने करियर की शुरुआत श्याम बेनेगल की फिल्म निशांत से की थी, जिसमें उनके साथ स्मिता पाटिल और शबाना आजमी जैसी अभिनेत्रियां थीं. नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने कड़े संघर्ष से अपनी वो पहचान बनाई है कि उनका नाम आज बेहद अदब के साथ लिया जाता है. हिंदी सिनेमा में ऐसे कम ही कलाकार देखने को मिलते हैं जो बढ़ती उम्र के साथ भी हर तरह के रोल निभाने के लिए तैयार हों. वहीं नसीरुद्दीन ने हर तरह के किरदार को जबरदस्त तरीके से निभाया है.
सर्वश्रेष्ठ फिल्मों की लिस्ट
नसीरुद्दीन ने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं. फिल्म ‘निशांत’ एक आर्ट फिल्म थी. यह फिल्म कमाई के हिसाब से तो पीछे रही पर फिल्म में नसीरुद्दीन शाह के अभिनय की सबने सराहना की. इसके बाद नसीरुद्दीन शाह ने आक्रोश, ‘स्पर्श’, ‘मिर्च मसाला’, ‘अलबर्ट पिंटों को गुस्सा क्यों आता है’, ‘मंडी’, ‘मोहन जोशी हाज़िर हो’, ‘अर्द्ध सत्य’, ‘कथा’ आदि कई आर्ट फिल्में कीं. नसीरुद्दीन ने अ वेडनेसडे, मंडी, मकबूल, निशांत, इकबाल जैसी शानदार फिल्में की हैं. ‘मासूम’, ‘कर्मा’, ‘इजाज़त’, ‘जलवा’, ‘हीरो हीरालाल’, ‘गुलामी’, ‘त्रिदेव’, ‘विश्वात्मा’, ‘मोहरा’, सरफरोश जैसी व्यापारिक फिल्में कर उन्होंने साबित कर दिया कि वह सिर्फ आर्ट ही नहीं कॉमर्शियल फिल्में भी कर सकते हैं.
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बोल्ड सीन दिए, पाकिस्तानी फिल्मों में काम किया
नसीरुद्दीन शाह ने ज्यादा उम्र होने के बाद भी फिल्मों में बोल्ड सीन देने से कभी परहेज नहीं किया. 'डर्टी पिक्चर', 'सात खून माफ', 'बेगम जान' और 'डेढ़ इश्किया' फिल्म में भी उन्होंने लव मेकिंग सीन दिए हैं. पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि जिस उम्र में उन्हें कामकाज छोड़ घर बैठ जाना चाहिए था उस उम्र में उन्हें कुछ ऐसे मौके मिले जो उन्हें अपने पूरे करियर में नहीं मिले. इतना ही नहीं वो पाकिस्तानी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. उनकी पहली पाकिस्तानी फिल्म खुदा के लिए थी इसमें वो कैमियो रोल में नजर आए थे.
HIGHLIGHTS
- एक्टिंग के छात्रों के लिए यूनीवर्सिटी हैं नसीर
- पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे अवार्ड से हो चुके हैं सम्मानित
- साल 1975 में आई फिल्म 'निशांत' से की एक्टिंग की शुरुआत