राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक प्रियनंदन पर शुक्रवार को संदिग्ध दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने हमला किया. उन पर यह हमला सबरीमाला मुद्दे पर सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट के बाद हुआ है. नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर चेरपु पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से इस घटना की पुष्टि की है, जो प्रियनंदन के घर के पास हुई. अधिकारी ने कहा, "उनकी पिटाई की गई और उन पर गोबर मिला पानी फेंका गया. जांच जारी है."
प्रियनंदन ने कहा, "ऐसा मालूम पड़ता है कि है कि वह व्यक्ति (हमलावर) मेरा इंतजार कर रहा था. वह मेरे पीछे आया, मुझे मारा, गोबर वाला पानी डाल दिया. यह सब सुबह नौ बजे के आसपास हुआ."
उन्होंने कहा, "आमतौर पर मैं इस विशेष मार्ग पर रोजाना सुबह सात बजे के आसपास टहलता हूं, लेकिन आज मुझे देरी हो गई. यह एक-आदमी का हमला नहीं है, इसके पीछे अन्य लोग हैं."
53 वर्षीय निर्देशक, जिनकी दूसरी फिल्म 'पुलिजन्म' को 2006 में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था, उनका मानना है कि यह हमला सबरीमाला पर उनके हालिया सोशल मीडिया पोस्ट के चलते हुआ, जहां सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद संघ परिवार ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था.
बाद में उन्होंने संघ परिवार वालों के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध के बाद अपनी पोस्ट डिलिट कर दी. हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि यह अभिव्यक्ति की आजादी पर सीधा हमला है.
विजयन ने कहा, "यह नापाक कृत्य सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी थी. पोस्ट आने के तुरंत बाद उनकी आलोचना होने लगी. यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी."
Source : IANS