साल 2019 की सबसे प्रतीक्षित फिल्मों में से एक, आरएसवीपी के उरी ने भारतीय सेना के इतिहास में घटी इस घटना को देखने के लिए सभी को उत्साहित कर दिया है. 11 जनवरी को रिलीज होने वाली युद्ध ड्रामा फ़िल्म "उरी" में सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे की वास्तविकता को दर्शकों के सामने पेश किया जाएगा.
फिल्म के प्रमोशन के लिए "उरी" की स्टारकास्ट न्यूज स्टेट के ऑफिस पहुंची. जहां फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाले विकी कौशल और यामी गौतम ने हमारे सवालों का जवाब दिया. आइए आपको बताते हैं हमारे सवालों पर उरी की स्टार कास्ट ने क्या जवाब दिया?
विकी के लिए प्रश्न- सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर आपके विचार क्या हैं?
उत्तर- जब हमें प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए सर्जिकल स्ट्राइक की खबर मिली थी, उस खबर से वाकई बहुत गौरवान्वित महसूस हुआ. हम काफी समय से इंतजार कर रहे थे कि आतंकवाद को जवाब दिया जाएगा या नहीं दिया जाएगा. आखिरकार हमारे देश की सेना ने उन्हें करारा जवाब दिया. हमारे देश के जवानों ने गजब की बहादुरी का परिचय देते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. हमारे जो सैनिक वहां गए थे, वे पूरी तरह से सही-सलामत वापस लौटे.
विकी के लिए प्रश्न- डिफेंस पर आधारित फिल्म को लेकर कैसी चुनौती थी?
उत्तर- आर्मी का किरदार निभाना हमेशा से ही एक चुनौती रही है. सेना की वर्दी पहनने के बाद हमारे सामने काफी चुनौतियों रहती हैं. सेना के लोग कड़ी मेहनत के बाद उस वर्दी को हासिल करते हैं. फिर उन्हें मेडल हासिल करने के लिए अपने मिशन में कामयाब होना पड़ता है. शारीरिक रूप से खुद को तैयार करना होता है. इसके साथ ही मानसिक तौर पर भी तैयार होना पड़ता है कि हम इस भूमिका को कभी भी कम नहीं आंक सकते.
प्रश्न- सर्जिकल स्ट्राइक की खबर पर यामी गौतम का कैसा रिएक्शन रहा था?
उत्तर- जिस वजह से सर्जिकल स्ट्राइक की गई, वो वजह हम जानते थे. सर्जिकल स्ट्राइक से पहले ही उरी हमलों की वजह से हम सभी काफी दुखी थे. उस हमले से हमें काफी दर्द हुआ और हमें काफी गुस्सा भी आ रहा था. सर्जिकल स्ट्राइक उरी हमले का सिर्फ जवाब ही नहीं था, वह आतंक के खिलाफ भी था. मैं एक भारतीय नागरिक के तौर पर खुद को पूरी तरह से आजाद महसूस करती हूं. मुझे अपनी भारतीय सेना पर बेहद गर्व है.
विकी के लिए प्रश्न- क्या आप चाहते हैं कि ऐसे सर्जिकल स्ट्राइक होते रहने चाहिए?
उत्तर- मैं चाहता हूं कि सर्जिकल स्ट्राइक की नौबक ही नहीं आनी चाहिए. ये काफी दुख की बात है कि एक इंसान, दूसरे इंसान को मार रहा है. लेकिन कई बार ऐसे हालात आ जाते हैं कि आपको बड़े फैसले लेने पड़ते हैं. मैं चाहता हूं कि देश में अमन और शांति रहे और दोनों देशों के बीच भाईचारा बढ़ते रहे. मैं चाहता हूं कि आतंक का नामों निशान ही मिट जाए, ताकि ऐसी नौबत ही न आए.
Source : News Nation Bureau