नितिन देसाई आत्महत्या मामला (Nitin Desai suicide Case) इन दिनों चर्चा में है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, रायगार्ड पुलिस ने एडलवाइस कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) को तलब किया है और शनिवार को नोटिस भेजा है. नोटिस में पुलिस ने दिवंगत कला निर्देशक को दिए गए लोन से संबंधित सभी आधिकारिक दस्तावेज भी लाने को कहा है. एडलवाइस के एमडी को सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ मामले की जांच के लिए मंगलवार को उपस्थित होने के लिए कहा गया है.
वहीं इससे पहले रायगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को नितिन देसाई आत्महत्या मामले में ईसीएल फाइनेंस कंपनी और एडलवाइस के अधिकारियों समेत पांच पर मामला दर्ज किया है. इन पांचों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत भी मामला दर्ज किया गया था.
ऑडियो फाइल में था जवाब
दिवंगत कला निर्देशक नितिन देसाई, जिन्हें 'लगान', 'देवदास', 'जोधा अकबर' और 'कौन बनेगा करोड़पति' जैसी महान बॉलीवुड फिल्मों और टीवी शो के लिए महाकाव्य सेट बनाने के लिए जाना जाता है, का शुक्रवार शाम को एनडी में पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, देसाई ने कई ऑडियो फाइलें छोड़ीं, जिन्हें सुसाइड मैसेज बताया गया, जिसमें उन्होंने चार लोगों और एक फर्म का नाम लिया. 58 साल के व्यक्ति ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर ली.
देसाई (Nitin Desai suicide Case) की कंपनी ने लेनदारों को 252 करोड़ रुपये का ऋण चुकाने में चूक की थी और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई पीठ ने पिछले सप्ताह इसके खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू की थी. देसाई की पत्नी नेहा की शिकायत के आधार पर, रायगढ़ पुलिस अधिकारियों ने एडलवाइस ग्रुप के चेयरमैन राशेष शाह और अन्य चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. श्रीमती देसाई ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि ईसीएल फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों के मानसिक दबाव के कारण उनके पति ने आत्महत्या कर ली.
Source : News Nation Bureau