पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड इंडस्ट्री का जाना-माना नाम हैं, यह कहना गलत नहीं होगा कि अभिनेता अपने आप में एक ब्रांड बन गए हैं. अद्भुत कॉमिक टाइमिंग से लेकर समान रूप से प्रभावशाली ग्रे किरदार तक, अभिनेता ने हर गुजरती फिल्म के साथ अपनी टैंलेटेड साबित की गई है. खैर, अभिनेता अपनी आगामी फिल्म मैं अटल हूं की रिलीज के लिए पूरी तरह तैयार है, जो पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर एक बायोपिक है. हाल ही में एक इंटरव्यू में, अभिनेता अपने बचपन और गांव के जीवन सहित कई चीजों के बारे में खुलकर बात कर रहे हैं.
पंकज त्रिपाठी ने खाए कीड़े
अपने बचपन की एक साहसिक घटना को याद करते हुए, पंकज त्रिपाठी ने खुलासा किया कि एक समय ऐसा भी आया था जब उन्होंने तैरना सीखने का फैसला किया था. उन्होंने साझा किया कि वह तैरना सीखना चाहते थे. उनके घर के पीछे एक नदी थी जिसके ऊपर छोटे-छोटे काले कीड़े तैर रहे थे. दूसरे शरारती बच्चों ने उनसे कहा कि अगर एक्टर इन कीड़ों को पीएंगे तो वह तैरना सीख जाएंगे. इसके साथ ही अभिनेता ने खुलासा किया, मैंने उनमें से 10-12 कीड़े उठाए और उन्हें पानी के साथ पी लिया. मैं आभारी हूं कि मेरा पेट खराब नहीं हुआ.
सरनेम बदलने का फैसला
क्या आप जानते हैं? पंकज त्रिपाठी का मूल उपनाम त्रिपाठी नहीं बल्कि तिवारी था. इस घटना के बारे में बात करते हुए अभिनेता ने कहा, इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि किसी पिता को अपने बेटे से नाम मिला हो. मैं 10वीं कक्षा के लिए प्रवेश पत्र भर रहा था. मेरे चाचाजी उपनाम त्रिपाठी रखते थे और वे सरकार में एक अधिकारी बन थे. एक बाबा ऐसे भी थे जिनका उपनाम त्रिपाठी था, वे हिन्दी के प्रोफेसर बन गये. जिनके पास मेरा उपनाम तिवारी था, वे या तो पुजारी थे या खेती करते थे. तो, मैंने सोचा कि यह उपनाम के कारण था. मैं किसान या पुजारी नहीं बनना चाहता था. इसलिए मैंने फॉर्म में अपना नाम त्रिपाठी लिखा. लेकिन फिर मैंने सोचा कि मैं फॉर्म में अपने पिता का नाम तिवारी नहीं लिख सकता हूं, क्योंकि यह खारिज हो सकता है. इसलिए मैंने उसका नाम भी बदल दिया.
साइकिल स्टंट के बारे में बताया
अपने बचपन के बारे में बात करते हुए पंकज त्रिपाठी ने बताया कि वह लड़कियों के बीच फेमस होने के लिए साइकिल स्टंट करते थे. जब वे 7वीं या 8वीं कक्षा में थे तो एक लड़का था जो ऐसे स्टंट करता था और वह लड़कियों के बीच बहुत फेमस था. स्त्री 2 अभिनेता ने आगे चुटकी लेते हुए कहा कि उनके स्कूल में एक धीमी साइकिल रेस हुई थी और जो लड़का जीता वह लड़कियों के बीच फेमस हो गया है. यही कारण है कि पंकज ने यही सीखा कि अगले साल वह विजेता बनेगा लेकिन वह हार गया.
Source : News Nation Bureau