बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता परेश रावल (Paresh Rawal) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं रह गए हैं. उन्होंने अपनी बेहतरीन अदाकारी और शानदार अभिनय के दम पर ही दुनियाभर में खास पहचान हासिल की है. परेश रावल को आज इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकारों में एक कहा जाता है. परेश रावल का आज जन्मदिन (Paresh Rawal Birthday) है. परेश हर किरदार में फिट हो जाते हैं. तीन दशकों से भी ज्यादा समय से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे परेश रावल आज 66 साल के हो गए हैं. आज उनके जन्मदिन पर बताते हैं उनके जीवन के कुछ अनसुने किस्से.
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परेश (Paresh Rawal) ने 1982 में गुजराती फिल्म 'नसीब नी बलिहारी' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. इसके बाद 1984 में उन्होंने फिल्म 'होली' से बॉलीवुड में भी अपना सफर शुरू किया. उसके बाद उन्होंने अपने अब तक के करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं. हिंदी के अलावा उन्होंने तेलुगू फिल्मों में भी काम किया है. 'हेरा फेरी' के बाबूराव गणपतराव आप्टे की भूमिका हो या वेलकम में डॉक्टर घुंघरू इन किरदारों में उन्होंने जनता को खूब हंसाया, तो वहीं विलेन बनकर लोगों डराया भी खूब.
विलेन बनते-बनते बोर हो गए थे
साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म 'अंदाज अपना अपना' में परेश रावल डबल रोल में थे. उनके किरदार का नाम राम गोपाल बजाज और श्याम गोपाल बजाज उर्फ तेजा था. तेजा का किरदार निभा कर उन्होंने जमकर तारीफ हासिल की. जिसके बाद उन्हें खलनायक के काफी रोल मिले. और परेश ने भी उनमें जान डाल दी, लेकिन कुछ समय बाद वे एक ही तरह के रोल करते-करते खुद ही ऊब गए थे. जिसके बाद उन्होंने अपने कैरेक्टर को बदलने का निर्णय लिया.
खलनायकी में भी कॉमेडी की
फिल्म 'बड़े मियां-छोटे मियां' में परेश ने विलेन के करैक्टर में भी कॉमेडी की थी. ये आइडिया उनका खुद का था. उन्होंने अपने करियर राष्ट्रीय पुरस्कार, फिल्मफेयर अवार्ड्स और पद्मश्री अवार्ड जैसे कई सम्मान हासिल किए हैं. आपको बता दें कि परेश ने एक्टिंग की पढ़ाई नहीं, बल्कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. कॉलेज टाइम से थियेटर काफी करते थे. जिसके कारण बॉलीवुड का रुख कर लिया.
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बैंक में नौकरी की, राजनीति भी की
बहुत कम लोगों को ये पता होगा कि परेश रावल ने अपना फिल्मी करियर शुरू करने से पहले एक नौकरी भी की थी. उन्होंने Bank Of Baroda में कुछ समय काम किया था जब उन्हें इस बात का अंदाजा हुआ कि वे फिल्मों के लिए बने हैं और बैंक की नौकरी ज्यादा समय तक नहीं कर पाएंगे. एक्टर ने साल 1995 में अर्जुन फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की. शुरुआत में तो उन्होंने सिर्फ निगेटिव रोल ही प्ले किए. मगर धीरे-धीरे उन्होंने अपना रुख कॉमेडी की तरफ भी किया. एक्टिंग के अलावा उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया. परेश अहमदाबाद से बीजेपी के पूर्व सांसद हैं. हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने खुद लड़ने से मना कर दिया था.
मिस इंडिया को बनाया जीवनसाथी
परेश ने 1979 मिस इंडिया रहीं स्वरूप संपत से शादी की. परेश रावल की स्वरूप संपत से पहली मुलाकात साल 1975 में एक फंक्शन के दौरान हुई थी. स्वरूप को देखते ही परेश रावल उनपर फिदा हो गए. उसी समय उन्होंने मन बना लिया कि वे शादी करेंगे तो स्वरूप से ही करेंगे. स्वरूप की बात करें तो वे 1979 में मिस इंडिया रही थीं. दूरदर्शन के सीरियल ये जो है जिंदगी से उन्हें पहचान मिली जिसमें वे शफी इनामदार के अपोजिट नजर आईं थी. बहुत कम लोगों को पता होगा कि ये रोल पहले परेश रावल को मिला था. मगर परेश ने इस रोल को ठुकरा दिया था.
HIGHLIGHTS
- गुजराती फिल्म 'नसीब नी बलिहारी' से करियर शुरू किया
- 1984 में आई फिल्म 'होली' से बॉलीवुड में कदम रखा
- मिस इंडिया को बनाया अपना जीवनसाथी