भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सुभाष चंद्र बोस की भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) के योगदान पर आधारित फिल्म 'राग देश' के निर्देशक व राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता तिग्मांशु धूलिया का कहना है कि उनकी फिल्म का उद्देश्य बोस की रहस्यमय मौत के संबंध में नहीं है।
धूलिया का कहना है कि उनके लिए यह पता लगाना दिलचस्प रहा कि ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता केवल संवाद और वार्ता से ही नहीं, बल्कि खून और पसीने से हासिल हुई है।
'राग देश' की कहानी के बारे में धूलिया ने आईएएनएस को बताया, 'इतिहास का छात्र होने के नाते मेरे लिए यह जानना दिलचस्प रहा कि हमें हमारी स्वतंत्रता केवल वार्ता व संवाद से ही नहीं मिली, जो हम बहुत समय से पढ़ते आ रहे हैं। ऐसा नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'हम सब जानते हैं कि विजेता इतिहास लिखते हैं। इस फिल्म में मैंने हमारी आजादी के आंदोलन में आईएनए की भूमिका को उजागर किया है। लेकिन 'राग देश' बोस की रहस्यमयी मौत की बात नहीं करती।'
संसद में फिल्म के ट्रेलर को लॉन्च किए जाने के बारे में पूछे जाने पर धूलिया ने कहा, 'यह बिलकुल उपयुक्त है। आईएनए के संघर्ष के बाद हमें आजादी और अपनी संसद मिली इसलिए हमने ट्रेलर को संसद में रिलीज किए जाने का चुनाव किया।'
इस फिल्म में कुणाल कपूर, मोहित मारवाह और अमित साध मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होगी।