देश भर में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (Citizenship Amendment Act) पर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के बारे में अभिनेता रजनीकांत (Rajinikanth) ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या के समाधान का रास्ता नहीं होना चाहिए. गुरुवार देर रात एक ट्वीट में, रजनीकांत (Rajinikanth) ने कहा, 'हिंसा किसी भी समस्या को हल करने का मार्ग नहीं होना चाहिए. भारतीय लोगों को एकजुट होना चाहिए और उनके दिमाग में राष्ट्र की सुरक्षा और कल्याण के लिए सतर्क रहने की बात होनी चाहिए.'
रजनीकांत ने कहा कि देश में चल रही हिंसा उन्हें परेशान कर रही है.
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हालांकि, रजनीकांत (Rajinikanth), जिन्होंने कहा था कि वह राजनीति में उतरेंगे और 2021 में तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनावों में चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने सीएए पर अपने विचार व्यक्त नहीं किए, जिसके खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
रजनीकांत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए, अपने ट्वीट में एनएमके पार्टी के संस्थापक, सीमन ने उनसे सीएए पर अपने विचार रखने को कहा. रजनीकांत के ट्वीट की ओर इशारा करते हुए, सीमन ने यह भी कहा कि यह उन छात्रों का अपमान कर रहा है जो सीएए का विरोध कर रहे हैं.
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बता दें कि रजनीकांत के करियर की शुरुआत बालाचंदर निर्देशित तमिल फिल्म 'अपूर्वा रागंगाल' (Apoorva Raagangal) से साल 1975 में हुई, फिल्म में रजनीकांत (Rajinikanth) खलनायक बने थे. इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया था. हाल ही में रजनीकांत (Rajinikanth) की फिल्म 'दरबार' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हुआ है. फिल्म में रजनीकांत (Rajinikanth) 27 वर्षों के बाद एक पुलिस अधिकारी का किरदार निभाएंगे. इस फिल्म से पहले रजनीकांत (Rajinikanth) ने 1992 में आई तमिल फिल्म 'पांडियन' में एक पुलिस अधिकारी का किरदार निभाया था.
(इनपुट- आईएएनएस से)
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो