दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों के साथ शेयर की है. प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने ट्वीट करते हुए लिखा, ' भारतीय सिनेमा जगत के इतिहास के सबसे महान अभिनेताओं में से एक रजनीकांत जी, को साल 2019 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा करते हुए बेहद खुश हूं. अभिनेता, निर्माता और पटकथा लेखक के रूप में उनका योगदान प्रतिष्ठित रहा है.'
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दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत के लिए 5 लोगों की ज्यूरी ने एक मत से मिलकर ये फैसला लिया है. रजनीकांत को यह 51वां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने वाला है. कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus) की वजह से इस बार सभी पुरस्कारों को घोषणा देरी से हुई है. दादा साहेब फाल्के (Dadasaheb Phalke Award) को भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड माना जाता है. रजनीकांत ने अपने अब तक के करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. रजनीकांत (Rajinikanth का जन्म 12 दिसंबर साल 1950 को बंगलूरू में हुआ था।, उनके प्रति लोगों की दीवानगी इस हद तक है कि वे उन्हें 'भगवान' मानते हैं.
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शिवाजी राव गायकवाड़ (रजनीकांत) रामोजी राव की चार संतानों में सबसे छोटे हैं. रजनीकांत जब बहुत छोटे थे तब ही उनकी मां जीजाबाई का निधन हो गया था. घर के हालात खराब हो रहे थे जिसकी वजह से रजनीकांत को कुली से लेकर बस में कंडक्टर की नौकरी तक करनी पड़ी है. रजनीकांत (Rajinikanth) ने साल 2020 के आखिर में कहा था कि वह जनवरी 2021 में अपनी राजनीतिक पार्टी बनाएंगे. पार्टी बनाने की घोषणा करके रजनीकांत ने इस संबंध में वर्षों से लगाए जा रहे कयासों पर विराम लगा दिया था. रजनीकांत (Rajinikanth) ने स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी 2021 विधानसभा चुनाव लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी. लेकिन बाद में उन्होंने स्वास्थ कारणों की वजह से राजनीति में आने का फैसला टाल दिया.
HIGHLIGHTS
- सुपरस्टार रजनीकांत को मिला दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड
- प्रकाश जावड़ेकर ने दी इस बात की जानकारी
- 5 लोगों की ज्यूरी ने एक मत से मिलकर ये फैसला लिया है