एक्टर रणदीप हुड्डा इन दिनों अपने स्ट्रीमिंग शो 'कैट' को लेकर चर्चा में हैं. शो शुक्रवार को रिलीज होने वाला है. वहीं इससे पहले उन्होंने सिख धर्म के केंद्रीय पवित्र धार्मिक ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगी है. अब आप सोच रहे होंगे ऐसा क्या हुआ जो रणदीप हुड्डा ने गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगी. दरअसल अभिनेता अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म 'बैटल ऑफ सारागढ़ी' के रिलीज होने से पहले अपने बाल नहीं काटने के अपने वादे को पूरा नहीं कर सके.
फिल्म के बारे में बात करते हुए, एक्टर ने कहा, "मैंने (फिल्म के लिए) बहुत प्रयास किया, मैंने धूम्रपान छोड़ दिया और जब चीजें वैसी नहीं हुईं जैसी हमने उम्मीद की थी तो मुझे चोट लगी और खाली महसूस हुआ. नुकसान उठाने के बाद भी मैंने फिल्म के लिए तीन साल तक इंतजार सिर्फ इसलिए किया क्योंकि मैंने स्मारक पर जाकर गुरु ग्रंथ साहिब में संकल्प लिया था."पवित्र ग्रंथ से माफी मांगने के पीछे के कारण को शेयर करते हुए, उन्होंने आगे कहा, "मैंने गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगी कि मैं फिल्म के रिलीज तक अपने बाल नहीं काटने के वादे पर खरा नहीं उतर सका. उन्होंने आगे आपनी बात को साफ करते हुए कहा, जिन लोगों ने आपके साथ गलत किया, उन्हें वापस देने का अधिकार का यह भाव, एक गलत सोच है, जीवन जीने का एक नकारात्मक तरीका है.
उन्होंने 1984 में भारत की तत्कालीन प्रधान मंत्री - इंदिरा गांधी के आदेश पर 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' के लिए अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसे भारतीय सशस्त्र बलों के विषय पर भी बात की - जिसके कारण अंततः गांधी की हत्या उनके ही अंगरक्षकों द्वारा की गई. - सतवंत और बेअंत सिंह, जिसने 1984 के सिख विरोधी दंगों को जन्म दिया.
'सिख कैरेक्टर में देखेंगे लोग'
रणदीप ने आगे अपनी फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि पंजाब के लोग मुझे एक सिख कैरेक्टर में देख पाएंगे. एक सिख को सिख कहा जा रहा है क्योंकि साहित्य में एक सिख एक शिक्षार्थी है और यही मैं जीवन में एक शिक्षार्थी हूं और इसीलिए मैं एक सिख हूं.'' बता दें जेली बीन एंटरटेनमेंट और पांचाली चक्रवर्ती के सहयोग से मूवी टनल प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित नेटफ्लिक्स ओरिजिनल सीरीज़ में सुविंदर विक्की, मनीष गुलाटी, हसलीन कौर, गीता अग्रवाल, दक्ष अजीत सिंह, सुखविंदर चहल, केपी सिंह, काव्या थापर, दानिश सूद भी हैं.
Source : News Nation Bureau