Randeep Hooda: बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा अब सिर्फ एक्टर नहीं रहे हैं. उन्होंने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया है. हाल में रणदीप की फिल्म स्वातंत्र्य वीर सावरकर (Swatantrya Veer Savarkar) रिलीज हुई थी. 22 मार्च को सिनेमाघरों में आई इस फिल्म को दर्शकों ने पसंद किया था. साथ ही फिल्म के लिए रणदीप को क्रिटिक्स का पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला था. फिल्म ने रणदीप ने राजनेता वीर वारकर का रोल प्ले किया है. उन्होंने इस किरदार के लिए जो मेहनत की है वो साफ झलकती है. एक्टिंग के अलावा फिल्म में रणदीप का डायरेक्शन भी शामिल हैं. हाल में खबर आई थी कि फिल्म की फंडिंग के लिए रणदीप हुड्डा को हरियाणा में अपनी पुश्तैनी जमीन नहीं बेचनी पड़ी थी. हालांकि, उन्होंने इस पर सफाई दी है.
रणदीप हुड्डा ने बेची पुश्तैनी जमीन?
रणदीप हुड्डा ने अपने इस प्रोजेक्ट में अपना पैसा लगाने की बात कही थी. हालांकि, हरियाणा में जमीन बेचनी की अफवाह पर वो हंस पड़े. उन्होंने सफाई दी कि उन्होंने हरियाणा में अपनी कोई जमीन नहीं बेची थी. बल्कि उन्हें फिल्म बनाने मुंबई में अपना एक फ्लैट बेचना पड़ा था. इंटरव्यू में एक्टर ने बताया कि, ''मैंने अपनी जमीन नहीं बेची, मैंने मुंबई में फ्लैट बेचे.इतनी ज़मीन भी नहीं थी कि फिल्म बन जाए.' रणदीप ने बताया कि उन्होंने हरियाणा में जंगल में जमीन खरीदी है और भविष्य में वहां रहना चाहते हैं.
मुंबई ने सबकुछ दिया
रणदीप ने कहा कि मुंबई दुनिया का पसंदीदा शहर है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, ''इस शहर ने मुझे सबकुछ दिया, काम करने का मौका मिला. मेरा परिवार भी यहीं रहता है. मैं यहां अपनी पत्नी से मिला. मेरे दोस्त यहीं से हैं. जब मैं वहां (हरियाणा के गांव) जाता हूं तो एक अलग अहसास होता है. लेकिन वहां लोग बदल गए हैं. जब भी मैं वहां जाता हूं, मैं उनसे खुलकर बात नहीं कर पाता, क्योंकि लोग 'फोटो फोटो' के लिए उतावले रहते हैं इसलिए मैं बिना बताए चला जाता हूं.'
फिल्म बनाने में आई ये अड़चनें
इससे पहले, रणदीप ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर की शूटिंग के दौरान हुई मुश्किलों के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ''मैं इस फिल्म को पिछले साल 15 अगस्त, 2023 फिर 26 जनवरी 2024 को रिलीज करना चाहता था. मैंने इसमें सब कुछ लगा दिया. फिर ऐसा नहीं हुआ... हमें मुश्किलें हुईं, क्योंकि जो टीम शुरू में प्रोजेक्ट से जुड़ी थी, उन लोगों का इरादा क्वालिटी फिल्म बनाने का नहीं था.' वे सिर्फ एक फिल्म बनाना चाहते थे. हमें फाइनेंशली भी काफी मुश्किलें आईं. मेरे पिता ने बचत करके मेरे लिए मुंबई में दो या तीन संपत्तियां खरीदी थीं, मैंने उन्हें बेच दिया पैसा फिल्म में लगा दिया. मैं खुद को रोक नहीं सका.''
Source : News Nation Bureau