जब पूरा विश्व कोरोनावायरस (Corona Virus) महामारी से जूझ ही रहा था उसी दौरान बॉलीवुड से भी 24 घंटे के भीतर लगातार दो बड़े झटके देने वाली खबरें आ गईं. पहले बुधवार को मशहूर अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) के निधन की खबर आई. अभी बॉलीवुड के फैंस इस सदमें से उबर भी नहीं पाये थे कि अगले ही दिन यानि की गुरुवार को इन फैंस को बॉलीवुड से एक और बड़े सितारे के निधन की खबर से रूबरू होना पड़ा. इस दिन बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) का भी देहांत हो गया. अपनी बेबाक विचारधारा को लेकर ऋषि हमेशा से सुर्खियों में बने रहते थे. चाहे वो बीफ खाने की बात को लेकर हो, चाहे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मंत्री बनने पर दिये गए बयान को लेकर हो या फिर अपनी ही बायोग्राफी में उन कड़वी सच्चाइयों को लेकर हों जिनको स्वीकार करने की हिम्मत सब नहीं पायी जाती है. आइए आपको ऋषि कपूर की साल 2017 में आई बायोग्राफी में उन कड़वी सच्चाइयों के बारे में बताएंगे जिनको एक्सेप्ट करने के लिए मजबूत कलेजे की जरूरत होती है.
आइए आपको बताते हैं ऋषि कपूर की आत्मकथा खुल्लमखुल्ला की वो खास बातें जिनको स्वीकार करने के लिए सबके बस की बात नहीं है. इन खुलासों के बारे मं पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे.
ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा में अपने पहले प्यार का जिक्र किया
बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर ने साल 2017 में अपनी बायोग्राफी में अपने जीवन की बहुत सी कड़वी सच्चाइयों का खुलासा किया. इस किताब में उन्होंने अपनी पहले प्रेमिका के बारे में बताते हुए लिखा है मेरी पहली गर्ल फ्रेंड पारसी लड़की यास्मीन मेहता थी. यास्मीन मेरे जीवन में नीतू से पहले आई थी और मैं उसके साथ डेट करता था. साल 1973 में बॉबी रिलीज होने के बाद स्टारडस्ट मैगजीन ने मेरी और डिंपल के बीच रोमांस पर एक बड़ी कवर स्टोरी छापी. इसके बाद डिंपल कपाड़िया ने राजेश खन्ना से शादी कर ली और मेरा यास्मीन से भी रिलेशन टूट गया. बाद में मैंने यास्मीन को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो राजी नहीं हुईं.
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पिता के एक्स्ट्रा मेरिटल संबंधों के बारे में थी जानकारी
बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर की साल 2017 में आई बायोग्राफी में हमें जरा भी पार्शियालिटी नहीं दिखाई देती इस आत्मकथा को उन्होंने बहुत ईमानदारी से लिखा है. ऋषि कपूर ने इस आत्मकथा में अपने पिता राज कपूर के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स के बारे में भी उतनी ही बेबाकी से बताया है जितनी की अन्य बातों को वो बड़ी बेबाकी के साथ रखते थे. उन्होंने इस बायोग्राफी में अपने पिता के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स के बारे में भी लिखा. उन्होंने बताया कि मां कृष्णा राज कपूर से शादी होने के बाद भी कई महिलाओं से अफेयर थे. मैं तब बहुत युवा था, जब मेरे पिता का अफेयर नरगिस जी के साथ था. हालांकि इसका असर घर में नहीं दिखता था. इसके बाद पापा का अफेयर वैजयंतीमाला से चला. इस पर मां बहुत नाराज भी हुईं. उन्होंने इस प्रकरण खत्म करके ही दम लिया.
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ऋषि कपूर ने स्वीकार किया कि उन्होंने फिल्म अवार्ड खरीदा था
अपनी इस बायोग्राफी में ऋषि कपूर ने इस बात को भी स्वीकार किया कि फिल्म 'कभी-कभी' में काम के दौरान उनका अमिताभ बच्चन से शीत युद्ध चल रहा था. शायद इसलिए क्योंकि उन्होंने एक ऐसा अवार्ड जीता था, जिस पर अमिताभ की नजरें भी थीं. मैंने बॉबी के लिए बेस्ट एक्टर अवार्ड जीता था. ऋषि ने बताया था कि वो निश्चिंत थे कि अमिताभ को लगता था कि ये अवॉर्ड वो जंजीर के लिए जीतेंगे लेकिन मैं पूरे जीवन इस बात को लेकर शर्मिंदा रहा कि वो अवॉर्ड मैंने खरीद लिया था. उन्होंने पीआरओ तारकनाथ गांधी का जिक्र करते हुए लिखा, 'गांधी ने मुझसे कहा, सर तीस हजार दे दो, तो आप को मैं अवार्ड दिला दूंगा. मैंने इससे ज्यादा कुछ नहीं किया लेकिन ये बात सही है कि मैंने बगैर कुछ सोचे उसको पैसा दे दिया था.'
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राजेश खन्ना ने डिंपल की अंगुली से निकाल कर फेंकी थी ऋषि की अगूंठी
ऋषि कपूर ने बताय कि जब वो यास्मीन के साथ डेट कर रहे थे तब यास्मीन ने मुझे एक अंगूठी दी थी. जब मैं डिंपल के साथ बॉबी फिल्म कर रहा था तो डिंपल ने इसे खुद निकालकर पहन लिया था. डिंपल ने ये अंगूठी तब तक पहने रखी जब तक कि राजेश खन्ना ने उनको प्रपोज नहीं कर दिया. जब राजेश खन्ना ने डिंपल की अंगुली में मेरी उस अंगूठी को देखा तो उसको उतारकर समुद्र में फेंक दिया, जो उसके घर के करीब था. वैसे सच्चाई ये है कि मैंने कभी डिंपल से प्यार नहीं किया और ना ही उसकी ओर जरा सा भी झुकाव रहा.
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जब ऋषि तनाव में होते थे तब अपनी गलतियों को नीतू पर मढ़ देते
इस बायोग्राफी में ऋषि कपूर ने बताया कि जैसा कि हर किसी की जीवन में उतार-चढ़ाव दोनों ही आते हैं. ऐसा मेरे साथ भी हुआ. उन्होंने बताया कि जब बॉबी फिल्म सुपरहिट हो गई तो उन्हें अपनी दूसरी फिल्मों से भी ऐसी ही उम्मीदें रहती हैं. यही वो समय था जब ऋषि कपूर की नीतू सिंह के साथ नई-नई शादी हुई थी. इसके बाद उनकी कई फिल्में एक के बाद एक करके बॉबी जितनी कमाई नहीं कर पाईं. ऐसे समय में वो अवसाद में आ गए. ऐसे समय में वो बार-बार नीतू को ही हर बात के लिए दोषी ठहराते थे. उस समय नीतू प्रेग्नेंट थीं लेकिन किसी तरह से उस समय से भी हम उबर पाए जिसमें परिवार और दोस्तों की काफी मदद मिली.