बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का निधन हो गया है. गुरुवार सुबह 8.45 बजे मुंबई के एनएच अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. उनके निधन से पूरा सदमे में है. उनके चले जाने के बाद उनके परिवार ने बयान जारी कर उन्हें याद किया है. कपूर परिवार ने अपने बयान में कहा है, हमारे प्यारे ऋषि कपूर 2 सालों तक ल्यूकेमिया से लड़ने के बाद आज सुबह 8.45 बजे अस्पताल में हम सब को छोड़कर चले गए. परिवार ने कहा, 'डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का कहना है कि वह आखिर तक सभी का मनोरंजन करते रहे थे. वह कैंसर से चल रही लड़ाई के दो सालों में हमेशा जिंदादिल रहे थे. जो भी उनसे मिलता था ये देखकर दंग था कि आखिर वह इस बीमारी से जूझते हुए भी इस बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने देते.
उनके परिवार की तरफ से कहा गया कि वह पूरी दुनिया से अपने फैंस के द्वारा भेजे गए प्यार से अभिभूत थे. उनके इन आखिरी दिनों में हमें एक ही बात समझ आई कि वह चाहते हैं कि हम उन्हें हमेशा हंसते हुए और मुस्कुराहट के साथ ही याद रखें न कि आंसुओं के साथ. साथ ही हम समझते हैं कि पूरी दुनिया एक गंभीर संकट से जूझ रही है. ऐसे में कई तरह की पाबंदियां हैं. हम उनके सभी चाहने वालों से बस यही प्रथर्ना करते हैं कि वह इस समय में भी नियमों के पालन का ध्यान रखें और जो पाबंदियां लगी हैं उन्हें समझें. वह भी ऐसा ही चाहते होंगे.
यह भी पढ़ें: अब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का निधन, बॉलीवुड शोक में डूबा
बता दें, बुधवार को ही ऋषि कपूर को मुंबई के एनएच रिलायंस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी. वह कैंसर से पीड़ित थे और सांस लेने में भी समस्या हो रही थी. ऋषि कपूर पिछले साल सितंबर में अमेरिका से भारत लौटे थे. वहां करीब एक साल तक उनका कैंसर का इलाज चला. 2018 में खबर आई थी कि वो कैंसर से पीड़ित हैं, जिसके बाद करीब एक साल तक वो न्यूयॉर्क में ही रहे और उनका इलाज चला. नीतू सिंह मुश्किल घड़ी में ऋषि कपूर के साथ खड़ी रहीं. ऋषि कपूर जब न्यूयॉर्क में इलाज के लिए थे तो नीतू सिंह उनके साथ ही रहीं. ऋषि कपूर ने न्यूयॉर्क से लौटने के बाद 2012 में रिलीज हुई फ्रेंच फिल्म 'द बॉडी' की इसी नाम से बनी हिंदी फिल्म में काम किया था. इस फिल्म में उनके साथ इमरान हाशमी और शोभिता धुलिपाला मुख्य भूमिकाओं में थे. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से नाकाम साबित हुई थी.
यह भी पढ़ें: शादी से ऐन पहले बेहोश हो गए थे ऋषि कपूर और नीतू सिंह, जानें क्यों
फ़िल्मी परिवार से होने के कारण ऋषि कपूर हमेशा से ही फिल्मों में अभिनय करने की रूचि रखते थे. ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में 1970 में अपने पिता की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' से डेब्यू किया था. इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था. ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर एक्टर 1973 में फिल्म बॉबी से किया था. इस फिल्म में उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया थीं.
ऋषि कपूर ने अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया है. इन्होने बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया है. ऋषि कपूर अपने जमाने के चॉकलेटी हीरोज में से एक थे. उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फ़िल्में दीं. ऋषि ने अपनी पत्नी के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया है. अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया.
उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म आ अब लौट चलें निर्देशित की. ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार को निभाया था, लेकिन फिल्म अग्निपथ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हतप्रभ रह गए. ऋषि को फिल्म अग्निपथ के लिए आईफ़ा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया.