न्यूज नेशन: पर्दे पर दिखने वाली ग्लैमरस लाइफ असल में कितनी चैलेंजिंग होती है ये बात वही जानता है जो इसका हिस्सा होता है. बीते समय में कई बार एक्ट्रेसेज ने पहले के समय के चैलेंजेस पर बात की है. वो वक्त जब वैनिटी वैन या चेंजिंग रूम नहीं हुआ करते थे. हाल में बॉलीवुड की लीजेंड्री एक्ट्रेस आशा परेख और जया बच्चन ने उन दिनों के चैलेंजेस के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया कि उनके पास चेंजिंग रूम तक नहीं होता था वैनिटी वाली फेसिलिटी तो बहुत दूर की बात है.
उनका कहना था कि उस समय वे झाड़ियों के पीछे पर्दे लगाकर कपड़े बदलने पड़ते थे. टॉयलेट जैसी बेसिक सुविधा भी नदारद होती थी. अब रेणुका शाहणे ने भी कुछ इसी तरह की बात की है. पिंकविला से बातचीत में उन्होंने बताया कि 90 के दशक तक भी हालात नहीं सुधरे थे. वे पूरे दिन पानी नहीं पीती थीं ताकि टॉयलेट ना जाना पड़े. टॉयलेट के नाम पर कॉमन वॉशरूम होते थे जो कि बहुत गंदे होते थे.
महिलाओं के लिए नहीं थीं बेसिक सुविधाएं
रेणुका ने कहा, आज के समय में महिलाएं अपना काम कर रही हैं. वह पुरुषों से डॉमिनेट नहीं होतीं. वह समय बीत चुका है जब वॉशरूम तक जाने में सोचना पड़ता था. महिलाओं से ये उम्मीद की जाती थी कि वे प्रोफेशनल बिहेव करें और कोई समस्या पैदा ना करें. उस वक्त जब हम फिल्म के सेट पर होते थे तो हम लोगों के लिए अलग वॉशरूम नहीं होते थे. अलग वॉशरूम के बारे में सोचा तक नहीं जाता था. महिलाएं पूरे दिन पानी नहीं पीती थीं क्योंकि वह कॉमन वॉशरूम इस्तेमाल करने से बचना चाहती थीं. वे काफी गंदे रहते थे. हम सबने यह झेला है. माधुरी दीक्षित तक ने यह झेला है. हम लोगों को हर कोई हल्के में लेता था.
रेणुका ने टीवी इंडस्ट्री पर भी बात की. उन्होंने कहा, आज इंडस्ट्री बहुत बदल चुकी है. अब सैलरी और काम को लेकर दोनों जेंडर्स को एक नजर से देखा जाता है. आज के समय में वर्क कल्चर काफी बेहतर हो गया है.