बॉलीवुड स्टार संजय दत्त ने इंडस्ट्री को कई नयाब फिल्मों से नबाजा है, एक्टर की लाइफ भी किसी फिल्म से कम नहीं है. हाल ही में उन्हें शाहरुख खान की फिल्म जवान में कैमियो रोल में देखा गया. एक्टर की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में कई उतार-चढ़ाव भी देखे हैं. मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस. अभिनेता को उस समय कठिन दौर से गुजरना पड़ा जब उन्हें जेल में समय बिताना पड़ा. एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अभिनेता के सलाखों के पीछे बिताए समय के बारे में खुलासा किया है.
जेल में संजय दत्त को खास ट्रीटमेंट नहीं मिला
जब संजय दत्त को दोषी ठहराया गया तब पूर्व आईपीएस अधिकारी मीरान चड्ढा बोरवंकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल थे. साइरस ब्रोचा के पॉडकास्ट पर अपनी हालिया उपस्थिति में, उन्होंने उन दावों का खंडन किया कि अभिनेता को जेल में विशेष उपचार मिला था. उन्होंने यह भी कहा कि जेल में दत्त के साथ अच्छा व्यवहार किया गया. उन्होंने बताया, और वह आम तौर पर अच्छा था क्योंकि उसकी पैरोल और फर्लो जेल में उसके व्यवहार पर निर्भर थी.
बीड़ी और सिगरेट भी खरीद लेते थे संजय दत्त
अगर उसने व्यवहार नहीं किया होता, तो हम उसे फर्लो या पैरोल की अनुमति नहीं देते. काम भी करता था, बीड़ी और सिगरेट भी खरीद लेता था. कुल मिलाकर उसे यह एहसास हो गया था कि यहां उसका व्यवहार बेहतर है. बोरवंकर ने अपनी किताब में उस समय के बारे में लिखा है कि जब दत्त को आर्थर रोड जेल से पुणे की यरवदा जेल में ट्रासफर किया जाने वाला था और वह मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर बहुत परेशान थे.
एनकाउंटर को लेकर परेशान थे संजय दत्त
दत्त को डर था कि वह रास्ते में किसी मुठभेड़ में मारा जाएगा. उनका डर इतना वास्तविक था कि उन्हें पसीना आने लगा और उन्होंने बुखार होने की शिकायत की. उन्होंने लिखा, खबर लीक होने के बाद ट्रांसफर रद्द कर दिया गया. बाद में दत्त को एक मुठभेड़ के बारे में उनकी गलत धारणा के बारे में सलाह दिए जाने के बाद जेल में ट्रांसफर कर दिया गया. वर्कवाइज, दत्त को हाल ही में तमिल फिल्म लियो में देखा गया था जिसमें उन्होंने एंथनी दास की भूमिका निभाई थी. वह अगली बार तेलुगु फिल्म डबल स्मार्ट, पंजाबी फिल्म शेरन दी कौम पंजाबी और कन्नड़ फिल्म केडी - द डेविल में नजर आएंगे.
Source : News Nation Bureau