फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली इन दिनों अपनी ओटीटी डेब्यू हीरामंडी का सक्सेज एंजॉय कर रहे हैं. अब हाल ही में डायरेक्टर ने अपने नए इंटरव्यू में खुलासा करते हुए बताया है कि अब मैं दोबारा साहिर लुधियानवी की बायोपिक और इंशाअल्लाह पर काम करना चाहते हैं. एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए भंसाली ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह इसपर कब काम करेंगे. लेकिन मुझे अंदर से आवाज आ रही है कि मुझे इस पर काम करना चाहिए.
इंशाअल्लाह वापस बनाना चाहते हैं भंसाली
भंसाली ने आगे कहा कि अब जैसे ही चौथी, पांचवी और छठी फिल्म सामने आएगी, आपको पता चल जाएगा. अभी मैं बोल नहीं सकता. मैं वास्तव में नहीं जानता कि मैं क्या बनाऊंगा, कब बनाऊंगा. यह एक बहुत ही सहज फैसला है. उन्होंने आगे कहा, तब मैं प्रोजेक्ट पर पूरी तरह से काम करता हूं, फिर मैं फिल्म में हूं, और मैं इसे ऐसे बना रहा हूं जैसे यह मैं हूं, मेरी आत्मा को जीवित रहना है.
डायरेक्टर ने अपने सफर के बारे में बात की
अपनी जर्नी पर विचार करते हुए, भंसाली ने बचपन में एक फिल्म स्टूडियो की जर्नी के बारे में बात की, जिससे कहानी कहने के प्रति उनका जुनून जगमगा उठा. मैं इसे 18 साल पहले बनाना चाहता था. तब मैंने सोचा कि एक और फिल्म बनाई जाएगी, फिर एक और फिल्म बनाई जाएगी. लेकिन यह हमेशा मेरी लिस्ट में था कि इसे एक दिन बनाना है. हर फिल्म के बाद, हीरामंडी समाचार एजेंसी के हवाले से कहा, मैं एक बार फिर कहूंगा, रुकिए, यह बहुत विशाल है.
हीरामंडी को दो भागों में बनाया गया
इतना एपिक कि इसे दो या ढाई घंटे में नहीं बनाया जा सकता. फिर हमने सोचा कि हम इसे दो भागों में बनाएंगे. एक सीरीज बनाना मुश्किल है, लेकिन हमने इसे बनाया है, और मैं मैंने इसका आनंद लिया. मैं खुश हूं और भगवान का शुक्रगुजार हूं कि हमने इसे 14 साल की योजना, 18 साल तक जीने और दो साल तक डिजाइन करने में बिताया, इसलिए इसमें काफी मेहनत हुई है.
Source : News Nation Bureau