बॉलीवुड के मशहूर सिंगर शान (Shaan) आज अपना 50वां बर्थडे मना रहे हैं. वो अब तक कई फिल्मों में एक से बढ़कर एक गाने गा चुके हैं. उनके गाने आज भी बच्चों के जुबां पर हैं. उनका असली नाम शांतनु मुखर्जी (Shantanu mukherjee) हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत जिंगल्स गाकर की थी. आज शांतनु के बर्थडे पर हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से शेयर करते हैं. अपनी आकर्षक मुस्कान और अपनी सनसनीखेज आवाज के लिए जाने जाने वाले शान को बॉलीवुड इंडस्ट्री के बेहतरीन गायकों में से एक माना जाता है. शान एक बेहद बहुमुखी गायक हैं जो किसी भी शैली को बेहद आसानी से गा सकते हैं और इसे पूरी तरह से सहज बना सकते हैं. शान की खास बात ये भी है कि इतने लंबे समय तक इंडस्ट्री में रहने के कारण भी वह कभी किसी विवाद में नहीं फंसे.
शान ने कोंकणी, कन्नड़, बंगाली, पंजाबी, नेपाली, अंग्रेजी, हिंदी, उड़िया, मलयालम, तेलुगु, मराठी और असमिया में गाने गाए हैं. उनके दादा गीतकार जहर मुखर्जी थे, उनके पिता दिवंगत संगीत निर्देशक मानस मुखर्जी थे और उनकी बहन गायिका सागरिका थीं. जब शान 13 साल के थे, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनकी मां को एक गायक के रूप में काम मिला. उसके बाद शान ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापनों के लिए जिंगल (Jingles) गाने से की थी. कुछ समय के लिए इसे छोड़ने के बाद वे वापस लौट आए और जिंगल्स के साथ रीमिक्स और कवर वर्जन गाने लगे. 1989 की फिल्म परिंदा (Parindey) के लिए, केवल 17 साल की उम्र में शान ने "कितनी है प्यारी प्यारी दोस्ती हमारी" गाने की एक लाइन गाई थी. 2001 में उन्होंने mtv सोलो एल्बम तन्हा दिल के लिए एशिया अवॉर्ड जीता था.
5 साल में गाई बंगाली नर्सरी राइम
शान के एक बार एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि जब वो 5 साल के थे तब उन्होंने बंगाली नर्सरी राइम ( Bengali Nursery rhyme) गाई थी. शान, अपनी बहन सागरिका, सुषमा श्रेष्ठ (पूर्णिमा), कविता पौडवाल और अन्य के साथ, 80 के दशक में लगभग सभी बड़े ब्रांडों के लिए अक्सर ग्रुप में जिंगल्स गाते थे. शान ने प्यार में कभी कभी, बस इतना सा ख्वाब है, लक्ष्य, ओम शांति ओम, जब वी मेट, सलाम नमस्ते, कोई मिल गया सहित कई फिल्मों मे सुपरहिट गाने गाए हैं.