कंगना के मुंबई आने से डरी शिवसेना, 'क्वीन' पर आजमाएगी यह दांव
शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) और शिवसेना से जुड़े अन्य संगठनो ने कंगना विरोधी मुहिम चला रखी है. ऐसे में अब मुंबई की सरकार ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसके पास किसी को रोकने के लिए बहुत सारे हथियार रूपी विभाग हैं
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) 9 सितंबर को मुंबई जाने वाली हैं जिसका ऐलान एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया के जरिए दी थी. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) और शिवसेना से जुड़े अन्य संगठनो ने कंगना विरोधी मुहिम चला रखी है. ऐसे में अब मुंबई की सरकार ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसके पास किसी को रोकने के लिए बहुत सारे हथियार रूपी विभाग हैं जिनमें से एक है मुंबई बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC). दरअसल, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कंगना रनौत को मुंबई में 9 सितंबर में आने के बाद चौदह दिन होम क्वारांटाइन रहना होगा. ऐसा ही सुशांत केस की जांच करने आए बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी (Vinay Tiwari) के साथ किया गया था.
मुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन के वरिष्ठ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को मुंबई में 9 सितंबर में आने के बाद चौदह दिन होम क्वारांटाइन रहना में रहना होगा. वहीं हिमाचल पुलिस अगर कंगना के साथ आती है तो उन्हें या तो क्वारांटाइन नहीं रहने के लिए आने से पहले अर्जी देनी होगी. जैसे सीबीआई (CBI) के टीम को क्वारांटाइन नहीं रहने के लिए मंजूरी मिली वैसे उन्हें मिल सकती है.
हिमाचल पुलिस ने अगर अर्जी नहीं की तो पुलिस टीम को भी चौदह दिन होम क्वारांटाइन होना होगा. बता दें कि शनिवार को न्यूज नेशन के संवादताता से बातचीत में शिवसेना नेता संजय राउत ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के लिए गाली-गलौच भरे शब्दों का प्रयोग किया था. इस बारे में सोशल मीडिया पर न सिर्फ उन्हें नसीहतें दी जा रही हैं.
वहीं सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के मामले की जांच के लिए 2 अगस्त को मुंबई गए 2015 बैच के एक आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी (Vinay Tiwari) को कोविड -19 प्रोटोकॉल के अनुसार गोरेगांव में एसआरपीएफ गेस्ट हाउस में होम क्वारंटाइन कर लिया गया था. बाद में जब बिहार पुलिस ने बीएमसी को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि तिवारी को अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने के लिए अपने गृह राज्य में वापसी के लिए होम क्वारंटाइन से छोड़ा जाना चाहिए. जिसके बाद 6 दिनों तक होम क्वारंटाइन करने के बाद उन्हें मुक्त कर दिया गया था.