मशहूर गायक अदनान सामी (Adnan Sami) ने हाल ही में उन लोगों को जबरदस्त जवाब दिया है, जो उन्हें पद्मश्री मिलने पर लगातार सवाल खड़ा कर रहे थे. अदनान ने कहा कि वह संगीतकार हैं और उन्हें राजनीतिक बहस में नहीं घसीटा जाना चाहिए. अदनान सामी (Adnan Sami) को पद्मश्री दिए जाने की घोषणा के बाद से ही कई लोगों को लगा कि पाकिस्तानी मूल के होने के कारण वे इस सम्मान के हकदार नहीं हैं.
यह बातें भी उठीं कि जहां सामी ने सिर्फ चार साल पहले ही भारतीय नागरिकता का विकल्प चुना है, वहीं उनके पिता पाकिस्तान के पूर्व सैन्यकर्मी हैं जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. वहीं सामी ने कहा था कि उनके पिता के कार्य के लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं.
गायक ने अपने नए गाने 'तू याद आया' की लॉन्चिग पर कहा, "यह सारी चीज राजनीति है. मैं कोई राजनेता नहीं हूं. मैं संगीतकार हूं. जैसे आप किसी नेता से राग दरबारी के बारे में नहीं पूछेंगे, वैसे ही मुझसे भी राजनीति के बारे में मत पूछिए. इन सब से परे मैं बस इतना जानता हूं कि मैं एक संगीतकार हूं. मैं संगीत के माध्यम से प्यार बांटता हूं."
बता दें कि साल 2016 में पाकिस्तानी गायक अदनान सामी (Adnan Sami) को भारतीय नागरिकता मिली थी. अदनान सामी (Adnan Sami) ने भी नागरिकता कानून पर अपनी राय देते हुए कहा था कि, नागरिकता कानून (CAA) उन धर्म के लोगों के लिए है जिन्हें धर्मशासित देशों में प्रताड़ित किया जा रहा है. आपको बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा था कि इस कलाकार के पिता ने पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू पायलट के रूप में भारत के खिलाफ बम बरसाये थे.