अभिनेत्री सोहा अली खान का कहना है कि दिग्गज वकील और राजनेता राम जेठमलानी के जीवन को दो घंटे की बायोपिक में ढालना बड़ी चुनौती है। सोहा इस बायोपिक की सह-निर्माता हैं और उनका कहना है कि जेठमलानी के जीवन के किसी भी तथ्य को नहीं छोड़ा जा सकता और इस कारण यह काम मुश्किल है।
अपने पति और अभिनेता कुणाल खेमू के साथ सोहा ने एक प्रोडक्शन हाउस 'रेनेगेड फिल्म्स' की शुरुआत की है और वे रोनी स्क्रूवाला के साथ मिलकर इस बायोपिक का निर्माण कर रहे हैं।
इस बायोपिक की पटकथा लिखी जा रही है। हालांकि, अभी इसके निर्देशक की घोषणा नहीं की गई है।
सोहा ने कहा, 'जेठमलानी के जीवन को दो या ढाई घंटे की बायोपिक में ढालना बहुत मुश्किल है। रोमी स्क्रूवाला के रूप में हमें एक अच्छा साथी मिला है। एक बार पटकथा तैयार हो जाएगी, तो हम निर्देशक से बात करेंगे। एक बार काम की तैयारी हो जाए, फिर हम शुरुआत कर देंगे।'
जेठमलानी के जीवन में 1959 का के. एम. नानावाती बनाम महाराष्ट्र मामले से लेकर 2011 का 2-जी घोटाला शामिल है। हवाला घोटाला में वह लाल कृष्ण आडवाणी के वकील थे और साथ ही अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि मामले में वह अरविंद केजरीवाल के वकील थे। इस प्रकार जेठमलानी कई बड़े मामलों से जुड़े रहे हैं।
मुंबई से सोहा ने बताया, 'यह काफी अच्छी जीवन गाथा है, क्योंकि जेठमलानी 94 साल के हैं। उनका करियर 70 साल का रहा है और देखिए कि इस करियर में उन्होंने कैसे-कैसे लोगों का प्रतिनिधित्व किया है? इनमें राजनेताओं और कई अपराधियों के नाम शामिल हैं। यह कहानी बताना आसान नहीं है। इसमें सिर्फ यह कहानी बताने का ही काम नहीं है, बल्कि यह फैसला लेना मुश्किल है कि उनके जीवन का कौन सा किस्सा दर्शाया जाए और कौन सा नहीं?'
इस बायोपिक में कुणाल को जेठमलानी का किरदार निभाते देखा जाएगा।
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Source : IANS