कोरोनाकाल (Coronavirus) में सोनू सूद (Sonu Sood) एक मसीहा बनकर उभरे हैं. उन्होंने पिछले साल लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद करके जो सिलसिला शुरू किया था, वो आज तक जारी है. सोनू सूद (Sonu Sood) से जो भी मदद मांगता है वो उसको निराश नहीं करते हैं. कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen Shortage) और बेड्स की काफी किल्लत हो गई. ऐसे में लोग सोनू सूद से बेड्स, दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद मांगते हैं. लोग सोनू सूद की दरियादिली की काफी तारीफ करते हैं, लेकिन सोनू सूद ने बैंगलुरु स्थित येलहनका के एक इंस्पेक्टर की तारीफ की है.
ये भी पढ़ें- 'पनोरमा स्टूडियोज' ने खरीदे 'दृश्यम 2' के राइट्स, जल्द शुरू होगी शूटिंग
सोनू सूद ने आज येलहंका इंस्पेक्टर सत्यनारायण से जूम एप पर बातचीत कीय सोनू सूद और सत्यनारायण दोनों ने बैंगलोर में अर्का अस्पताल के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने में मदद की. सोनू सूद ने कहा कि वे जल्द ही बैंगलुरु आएंगे और इंस्पेक्टर सत्यनारायण के साथ दोपहर का भोजन करेंगे.
झांसी में पहुंचाई एयर एंबुलेंस
उन्होंने हाल ही में एक क्रिटिकल कोरोना मरीज के लिए एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया है. जिसके जरिए सोनू ने झांसी से एक कोविड-19 पेशेंट को हैदराबाद स्थित अस्पताल पहुंचाया. सोनू सूद को पता चला कि एक कोविड मरीज बेहद क्रिटिकल है और उसके लिए झांसी में इंतजाम नहीं हो पा रहा है, जिसके बाद उन्होंने इस मरीज को हैदराबाद के एक बड़े अस्पताल में शिफ्ट किया है. ये सब करना आसान नहीं था लेकिन सोनू सूद ने एयर लिफ्ट करके मरीज को बेहतर इलाज दिलाया.
ये भी पढ़ें- इन एक्ट्रेस के परिवार को कोरोना ने कर दिया अधूरा, भाइयों की हुई मौत
एक इंटरव्यू में रो पड़े सोनू
एक इंटरव्यू के दौरान सोनू ने बताया कि किस तरह देश की राजधानी सहित अलग-अलग हिस्सों में लोग बिना इलाज के तड़प रहे हैं और अपनों को खो देने पर मजबूर हैं. सोनू ने कहा कि अगर आज उनके पैरंट्स जिंदा होते और कोरोना वायरस के संपर्क में आ जाते तो वह खुद को कितना असहाय महसूस कर रहे होते. इस दौरान उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े.
HIGHLIGHTS
- एक पुलिस इंस्पेक्टर के काम से इंप्रेस हुए सोनू सूद
- इंस्पेक्टर ने सोनू के साथ मिलकर अस्पताल में ऑक्सीजन पहुंचाया
- सोनू ने बैंगलुरु आकर साथ में खाना खाने का वादा किया