फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) हाल ही में रिलीज की गई है. इस फिल्म की हर कोई तारीफ कर रहा है. फिल्म को देखने के बाद किसी के भी आंसू रुक नहीं पा रहे हैं. सोशल मीडिया पर फिल्म की खूब चर्चा हो रही है. फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की लोग दिल खोलकर तारीफ भी कर रहे हैं. इसके साथ ही फिल्म सोशल मीडिया पर खूब तेजी से ट्रेंड कर रही है. लेकिन इस फिल्म पर विवेक ने खुलासा करते हुए बताया कि फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) को बनाना कितना ज्यादा मुश्किल था. लेकिन डायरेक्टर ने हार नहीं मानी और फिल्म को बनाने में अपना 100 % दिया. तो चलिए आगे जानते हैं कि कैसे बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files)?
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आपको बताते चले कि विवेक ने बताया कि इस फिल्म को बनाने में 5000 घंटे के रिसर्च की गई है, 15 हजार पेज के डॉक्यूमेंट इकट्ठा किए गए हैं. एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान विवेक ने एक 20 मिनट का एक वीडियो भी दिखाया. इस वीडियो में उन कश्मीरी पंडितों का इंटरव्यू था जो असल में उन दिनों कश्मीर में ही मौजूद थे. विवेक का कहना है कि वह और उनकी पत्नी पल्लवी जोशी ने असली पीड़ित कश्मीरी पंडितों से मिलने के लिए दुनिया भर के कई देशों और भारत के कई शहरों के चक्कर लगाए और लगभग 700 से ज्यादा पीड़ित कश्मीरी पंडितों का इंटरव्यू रिकॉर्ड किया. इस फिल्म को बनाने में 4 साल का लंबा वक्त भी लगा. 20 मिनट के इस वीडियो में कई जगह पीड़ितों से बात करते-करते विवेक और पल्लवी जोशी अपने आंसू पोछते हुए दिखाई पड़ते हैं. उनकी इस मेहनत के बारें में लोगों को जैसे खबर लगी लोगों को इसपर काफी ज्यादा हैरानी हुई है. फिल्म में कश्मीरी पंडितों का दर्द देख असल में लोग परेशान हो गए थे. क्योंकि यह फिल्म असल में लोगों की भावनाओं से जुड़ी हुई है.