आज पूरा देश ही नहीं बल्कि दुनिया में स्वर कोकिला के करोड़ों फैन्स गमगीन हैं. क्योंकि 92 साल की उम्र में आज लता दीदी के नाम से मशहूर संगीत की बेताज बादशाह इस दुनिया को छोड़कर चली गई. पर क्या आपको पता है कि एक बार उन्हें मारने की कोशिश भी की गई थी. कम ही लोगों को पता है कि एक बार इस स्वर साम्राज्ञी को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश भी की गई थी. इस बात का खुलासा लता मंगेशकर खुद किया था. जिसे सुनकर लोग उस वक्त भी हैरान हो गए थे. आइये जानते हैं स्वर कोकिला की जिंदगी से जुड़ा ये अनसुना किस्सा.
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एक इंटरव्यू में लता ने यह बात बताई थी कि उनके सिंगिंग करियर के सबसे सफल दौर में उन्हें धीमा जहर दिया गया था. लता को जहर देने की यह घटना साल 1963 में हुई थी. एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'हम लोग इस बारे में बात नहीं करते हैं लेकिन यह मेरी जिंदगी का एक भयानक दौर था. यह साल 1963 था जब मैं खुद को बहुत कमजोर महसूस करने लगी और अपने बिस्तर से भी नहीं उठ पाती थी. एक स्थिति ऐसी आ गई कि मैं खुद से हिल भी नहीं सकती थी. मैं मानसिक तौर भी बहुत कमजोर हो गई थी.
33 साल की उम्र में दिया गया था जहर
लता मंगेशकर ने बताया कि जहर दिए जाने के कारण वह 3 महीने तक बिस्तर पर रही थीं. उन्होंने कहा, 'यह बात कन्फर्म हो गई थी मुझे धीमा जहर दिया गया था. डॉक्टर कपूर के इलाज और मेरी दृढ़ इच्छाशक्ति ने मुझे इस बुरे दौर से बाहर निकाला.' लता के साथ जब यह घटना हुई थी तब वह 33 साल की थीं. एक दिन सुबह उठते ही उन्हें पेट में जबरदस्त दर्द हुआ. उनकी हालत ऐसी थी कि अपनी जगह से हिलने में भी उन्हें दिक्कत होने लगी. थोड़ी ही देर में लता को हरे रंग की उल्टियां होना शुरू हो गईं और उनका शरीर कंपकंपाने लगा. तब पता चला कि लता को जहर दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- स्वर कोकिला ने आज 92 साल की उम्र में दुनिया को कह दिया अलविदा
- लता मंगेशकर के दुनियाभर में हैं अरबों फैन्स
Source : News Nation Bureau