हर साल 26 जुलाई को इंडिया में भारत कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2023) मनाया जाता है. यह दिन हर साल 26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में मनाया जाता है. इस दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय के हिस्से के रूप में पाकिस्तानी घुसपैठियों को देश से खदेडा था और टाइगर हिल और अन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया था. 60 दिनों से ज्यादा समय तक चले इस लड़ाई पर बॉलीवुड ने कई फिल्मों में बनाई है, जिन्होंने अपनी कहानियों के जरीए से इंडियन आर्म्ड फोर्स की बहादुरी और धैर्य की सराहना की है. लगभग 30,000 इंडियन सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इस जंग में 527 सैनिक शहीद हो गए. बॉलीवुड ने वीर सैनिकों को फिल्मों के माध्यम से सम्मानित किया है, जिसमें उनके बलिदान और इंस्पिरेशन कहानियों को दिखाया गया है. कारगिल विजय दिवस पर बॉलीवुड फिल्मों पर एक नजर डालते हैं जो 1999 के कारगिल जंग की तस्वीर को दिखाती हैं.
'शेरशाह'-2021'
फेमस तमिल फिल्म मेकर विष्णुवर्धन की डायरेक्शन में बनी 2021 की ब्लॉकबस्टर कारगिल युद्ध में शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित है. फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कैप्टन बत्रा की भूमिका निभाई थी और कियारा आडवाणी ने बत्रा की गर्लफ्रैंड डिंपल चीमा की भूमिका में नजर आईं थी. फिल्म को ऑडियंस ने बहुत प्यार दिया था. यह फिल्म 2021 में अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली हिंदी फिल्मों में से एक है. कैप्टन बत्रा की लाइफ की कहानी के साथ, फिल्म के साउंडट्रैक को लोगों ने बहुत पसंद किया.
गुंजन सक्सेना - 2020
साल 2020 में बनी फिल्म गुंजन सक्सेना एक एयरफोर्स ऑफिसर गुंजन सक्सेना के लाइफ पर बायोपिक है. इस फिल्म में गुंजन सक्सेना का किरदार जाह्नवी कपूर ने निभाया है. फिल्म का निर्देशन शरण शर्मा ने किया है. इस फिल्म में जान्हवी कपूर की एक्टिंग को दर्शकों ने खूब सराहा. इस फिल्म को फिल्म ओटीटी पर रिलीज किया था. फिल्म को काफी पसंद किया गया था. फिल्म की कहानी एक-पिता समाज के खिलाफ जाकर अपनी बेटी को ऊंचाईयों पर उड़ने में मदद करता है. इस फिल्म में जाहन्वी कपूर के अलावा अंगद बेदी, पकंज त्रिपाठी जैसे दमदार कलाकार भी शामिल हैं.
'मौसम'- 2011
पंकज कपूर की डायरेक्शन में बनी रोमांटिक ड्रामा फिल्म मौसम में शाहिद कपूर और सोनम कपूर मेन रोल में थे, हालांकि यह फिल्म पूरी तरह से कारगिल युद्ध पर आधारित नहीं है, लेकिन यह घटनाओं के मोड़ों में युद्ध का रेफरेन्स देती है. फिल्म की रिव्यूअर ने भी कफी तारीफ की. हालांकि, यह बॉक्स-ऑफिस पर छाप छोड़ने में असफल रही. फिल्म में कारगिल युद्ध के अलावा 1993 के बॉम्बे ब्लास्ट, 9/11 हमले और बॉम्बे दंगों का भी जिक्र है.
'एलओसी कारगिल' (2003)
फिल्म एलओसी कारगिल जेपी दत्ता की डायरेक्शन में बनी ऐतिहासिक जंग की कहानी पर बनी फिल्म है. जिसमें भारतीय सेना के सफल 'ऑपरेशन विजय' को दिखाया गया है. इसमें संजय दत्त, सैफ अली खान, अजय देवगन, अभिषेक बच्चन, नागार्जुन, करीना कपूर, रानी मुखर्जी, रवीना टंडन, ईशा देव जैसे कई कलाकारों ने का काम किया है. फिल्म में कारगिल में सैनिकों की कहानियां और पाकिस्तान को हराने के उनके प्रयासों को बताया गया है. यह फिल्म 4 घंटे की फिल्म होने के साथ ही दुनिया की अबतक की सबसे लंबी फिल्म है.
'लक्ष्य' -2004
फिल्म लक्ष्य साल 2004 में आई थी, इस फिल्म में ऋतिक रोशन और प्रीति जिंटा मुख्य भूमिका में थे. फिल्म का निर्देशन फरहान अख्तर ने किया है. हालांकि सीधे तौर पर कारगिल युद्ध से संबंधित नहीं है, फिल्म में कारगिल युद्ध की घटनाएं हैं. रोशन ने करण शेरगिल नामक एक एमलेस युवा का किरदार निभाया है जो भारतीय सेना में शामिल होता है और कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत में मदद करता है.
'धूप'-2003
फिल्म धूप साल 2003 में अश्विनी चौधरी के निर्देशन में बनी फिल्म है. जिसमें कैप्टन अनुज नैय्यर की मौत के बाद की कहानी को दिखाया गया है. अनुज नैय्य एक भारतीय सेना अधिकारी थे, जो पाकिस्तानी सैनिकों से टाइगर हिल की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे. यह फिल्म कैप्टन अनुज के बलिदान की याद में बनाई गई है. जो एक स्मारक बनाने के प्रयासों में भ्रष्टाचार और भारतीय नौकरशाही के साथ नैय्यर परिवार के एक्सपीरियंस को दिखाती है.
Source : News Nation Bureau