बॉलीवुड एक्टर गोविंदा (Govinda) की गिनती शानदार एक्टर्स में की जाती है. कॉमेडी और रोमांस के बादशाह ने कई बड़ी फिल्मों में काम किया. उन्होंने 1986 में आई फिल्म इल्जाम से अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने दुल्हे राजा, सैंडविच, बड़े मियां छोटे मियां, भागम भाग, हीरो नंबर 1, जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अपने एक्टिंग का दम दिखाया. हालांकि, साल 2000 के बाद उनका करियर ग्राफ अचानक से नीचे की ओर जाने लगा. इसके बावजूद उन्होंने अपनी योग्यता का फायदा उठाने की जगह, वही पुरानी चीजें करना पसंद किया. नए चाजों में ना ढलने की आदत ने मानों उनके करियर को बर्बाद कर दिया.
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह सेट पर हमेशा लेट हो जाते थे. वो फिल्म निर्माण के हर पहलू में अपनी टिप्पणी देते थे, जो कुछ लोगों को रास नहीं आता था. उन्होंने अपने अव्यवसायिक व्यवहार को नहीं बदला. एक समय था जब उनका रिश्ता डायरेक्टर डेविड धवन के साथ काफी गहरा था. दोनों की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी. लेकिन गोविंदा ने उनसे नाता तोड़ लिया, जिसने उन्हें एक पारिवारिक नायक से एक जन नायक बनाया था. रिपोर्ट्स का कहना है कि एक्टर ऐसी कई सारी चीजें दोहराते रहे.
इस कारण मैं इंडस्ट्री से हुआ बाहर
नब्बे के दशक में गोविंदा बॉलीवुड के सफल अभिनेताओं में माने जाते थे. लेकिन अचानक उनके करियर का ग्राफ गिरने लगा और कुछ सालों बाद बॉलीवुड में उनकी फिल्में आनी बंद हो गई. वहीं, बॉलीवुड में अपने बुरे दौर को लेकर उन्होने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि 'फिल्म इंडस्ट्री में जलन के चलते लोग मेरे बारे में गलत अफवाहें उड़ाते हैं. खैर, सबका समय खराब होता है और मेरा भी हुआ। मैं तारीफ का शिकार हो गया. मेरे अच्छे काम, डांस और लुक की तारीफ की वजह से मैं इंडस्ट्री से आउट हो गया.
बता दें कि, गोविंदा अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कई जगर नौकरी की तालाश में गए लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली. कुछ लोगों का कहना है कि गोविंदा की किस्मत में तो हीरो बनना लिखा था इसलिए उन्हें नौकरी नहीं मिली. हालांकि गोविंदा को फिल्मों से पहले एक विज्ञापन कंपनी में काम मिला. जिसके बाद उन्हें एक फिल्म में हीरो का रोल ऑफर हुआ. उस फिल्म का नाम था 'तन-बदन'.
तीनों खान के सामने चुनौती
फिल्म 'तन-बदन' के बाद गोविंदा को कई फिल्मों में काम मिलने लगा और 90 के दशक तक वो बॉलीवुड में छा गए. यहां तक कि इंडस्ट्री के तीनों खान के सामने कोई बड़ी चुनौती था तो गोविंदा थे. उस समय एक साल के भीतर गोविंदा की 8 से 10 फिल्में रीलीज होती था और बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई भी करती थी. गोविंदा उस समय अपनी कामयाबी के शिखर पर थे. लोग उनकी एक्टिंग के दीवाने थे. 90 के दशक के बाद गोविंदा को अच्छी स्क्रिप्ट वाली फिल्में कम हो गई जिससे उनका करियर डूबने लगा.
गोविंदा ने ठुकराया सलमान का ऑफर
हालांकि, कुछ समय बाद गोविंदा ने सलमान खान के साथ पार्टनर फिल्म की जो बड़ी हिट साबित हुई. यहां तक कि सलमान खान इस हिट फिल्म के बाद गोविंदा के साथ और भी फिल्में करना चाहते थे लेकिन गोविंदा ने उनके ऑफर को टालते गए. उस समय यह बात बाहर आई कि गोविंदा नाराज हैं क्योंकि पार्टनर की सफलता का क्रेडिट उनको नहीं दिया गया. सलमान खान उस समय सिर्फ पार्टनर के सीक्वल ही नहीं बल्कि कई दूसरी फिल्मों भी उनके साथ काम करना चाहते थे, पर गोविंदा ने सलमान के ऑफर को ठुकरा दिया. यह वो दौर था जब अगर गोविदा ने सलमान के ऑफर को एक्सेप्ट कर लेते तो बॉलीवुड में फिर एक लंबी पारी का आगाज कर सकते थे, पर ऐसा हो न सका.
आपको बता दें कि फिल्मों के साथ-साथ गोविंदा ने राजनीति (Govinda Political Career) में भी अपनी किस्मत आजमाई. उन्होंने साल 2004 में लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें बीजेपी (BJP) के बड़े लीडर को हराकर उन्होंने चुनाव में जीत हासिल की थी. हालांकि आखिर में उन्होंने राजनीति छोड़ दी. लेकिन एक्टर को राजनीति में जाने का आज तक मलाल है. एक्टर को इस बात का दुख अभी भी है कि अगर वो राजनीति में नहीं जाते तो शायद आज भी बड़े पर्दे पर उनका जलवा बरकरार रहता. खैर, उनके फैंस के बीच अभी उनको लेकर कमाल की दीवानगी है.