पद्म विभूषण से सम्मानित प्रख्यात शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी का दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। 88 वर्ष की गिरिजा देवी को ठुमरी क्वीन के नाम से भी जाना जाता है। बनारस में जन्मी गिरिजा देवी बनारस घरानों की एक प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायिका थीं।
गिरिजा देवी का 'ठुमरी' गायन को पहचान दिलाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है। गिरिजा देवी के निधन पर राजनीतिक जगत से लेकर फिल्म जगत तक हस्तियों ने शोक प्रकट किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निधन पर शोक प्रकट करते हुए लिखा, 'उन्होंने कहा कि गायिका की संगीतमय अपील पीढ़ियों के भेद से ऊपर थी और भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों को हमेशा याद रखा जाएगा।'
Girija Devi ji's music appealed across generations. Her pioneering efforts to popularise Indian classical music will always be remembered.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2017
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'गिरिजा देवी के निधन से दुख पहुंचा। भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत ने अपनी खूबसूरत आवाजों में से एक को खो दिया। मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों के साथ हैं।'
Saddened by demise of Girija Devi ji. Indian classical music has lost one of its most melodious voices. My thoughts are with her admirers.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2017
दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने लिखा, 'महान शास्त्रीय और ठुमरी गायिका गिरिजा देवी जी हमारे बीच नहीं रहीं ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ। हमारे और उनके बहुत अच्छे संबंध थे'
Mahan shastriya aur thumri gayika Girija Devi ji hamare bich nahi rahi ye sunke mujhe bahut dukh hua.Hamare unke bahut acche sambandh the. pic.twitter.com/QhrLH5mW2q
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) October 24, 2017
एक और ट्वीट में उन्होंने शोक प्रकट करते हुए लिखा, 'गिरिजा देवी एक बहुत अच्छी महिला थी। मैं उनको श्रद्धांजलि अर्पण करती हूं। इस्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
Girija Devi ji ek bahut acchi mahila thi. Main unko shraddhanjali arpan karti hun. ishwar unki aatma ko shanti pradan kare .
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) October 24, 2017
जावेद अख्तर ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट लिखा, 'गिरिजा देवी न केवल एक महान शास्त्रीय गायक थी बल्कि एक राष्ट्रीय खजाना भी थी। गिरिजा जी, आप को मेरा सलाम'
Girija Devi was not only a great classical singer but a national treasure too . We are poorer without her . Girija ji , AAP Ko mera salaam .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) October 24, 2017
बंगाली एक्टर प्रोसेनजीत चटर्जी ने लिखा, 'प्रख्यात शास्त्रीय गायक गिरिजा देवी के निधन पर गहरा दुख पहुंचा।'
Deeply saddened at the demise of eminent classical singer Girija Devi.Thumri lovers like me shall mourn her forever. #RestInPeaceGirijaDevi
— Prosenjit Chatterjee (@prosenjitbumba) October 24, 2017
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे: गिरिजा देवी जी के निधन से दुखी होने के साथ- भारत ने अपने सबसे महान शास्त्रीय संगीत चिह्नों में से एक को खो दिया है।'
Saddened by the demise of legendary artist #GirijaDevi ji. With her passing #India has lost one of its greatest Classical music icons.
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 24, 2017
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा, 'गिरिजा देवी की मौत संगीत की दुनिया के लिए एक बड़ा नुकसान है।'
Girija Devi's death is a great loss to the music world. We were honoured to confer her with Banga Bibhushan in 2015
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 24, 2017
ठुमरी के अलावा उन्होंने अर्द्ध शास्त्रीय शैलियों कजरी, चैती, होली को भी अहमियत दी और वह ख्याल, भारतीय लोक संगीत और टप्पा भी गाती थीं। बनारस घराने की गायिका को वर्ष 1972 में पद्श्री सम्मान से नवाजा गया था।
वर्ष 1989 में उन्हें पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। गिरिजा देवी का जन्म आठ मई 1929 को बनारस के निकट एक गांव में जमींदार परिवार में हुआ था।
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Source : News Nation Bureau