फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई दोस्ती हैं जो दुनिया के लिए मिसाल बनी हैं. ऐसा ही एक बंधन तिगामांशु धुलिया और दिवंगत अभिनेता इरफान खान के बीच था. रविवार को, जब दुनिया फ्रेंडशिप डे मना रही थी, तिग्मांशु ने इरफान को याद करते हुए उन्हें अपना 'एकलौता दोस्त' बताया. एक्टर और फिल्म मेकर ने मीडिया के साथ बातचीत में बताया कि वह 1986 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में शामिल हुए थे और इरफान तब तीसरे वर्ष में थे. यह शेयर करते हुए कि वे एक करीबी रिश्ते में बंध गए हैं, उन्होंने शेयर किया, "अपनी जोड़ी बस बन गई, और हम दोनों अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में एक साथ आगे बढ़े."
जिनको नहीं पता उन्हें बता दें कि, कुछ सालों तक कैंसर से जूझने के बाद अप्रैल 2020 में इरफ़ान का निधन हो गया था. यह याद करते हुए कि इरफान ने एक बार कैसे कहा था कि तिग्मांशु उनके सबसे खास और एकलौते दोस्त थे, निर्देशक ने कहा कि उन्हें भी लगता है कि अब उनका कोई दोस्त नहीं है. “मेरा भी कोई दोस्त अब बचा नहीं है… वह अकेला था जो मेरी सारी गलतियों और कमज़ोरियों को जानता था.” वह मेरे सारे प्लस और माइनस पॉइंट जानता था. उसके सामने, मैं बस मैं ही रह सकता था. अब, जब उसने हमें छोड़ दिया है, तो यह वह उम्र नहीं है जब आप नए दोस्त बनाते हैं.''
तिग्मांशु धूलिया और इरफान ने 1995 में टीवी सीरियल नया दौर में साथ काम किया था. इरफान ने धूलिया के निर्देशन में बनी पहली फिल्म हासिल और फिर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पान सिंह तोमर और साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स में भी काम किया है.
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यह शेयर करते हुए कि इरफान उनके अंदर कैसे देख पाते थे, तिग्मांशु ने आगे कहा, “वह मेरी गलतियों को तुरंत पकड़ लेते थे. उनमें मेरे अंदर झाँकने और मेरे चेहरे पर सब कुछ कहने की क्षमता थी. मैं उसके सामने कभी दिखावा नहीं कर सकता था, अब मैं अपनी कमजोरी के बारे में किसी से बात नहीं कर सकता.”