केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कंगना रनौत मामले में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात की. रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कंगना के दफ्तर पर बीएमसी (BMC) की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए राज्यपाल से मुलाकात की और मुआवजे की मांग की है. बीएमसी (BMC) ने बुधवार सुबह कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के बांद्रा स्थित ऑफिस पर ‘अवैध निर्माण’ को गिराने की कार्रवाई शुरू की थी. हालांकि इसके कुछ ही देर बाद अदालत से कंगना को राहत मिल गयी थी और बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी गयी.
रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने बृहस्पतिवार को कंगना रनौत (Kangana Ranaut) से भी मुलाकात की थी. उन्होंने कंगना से कहा कि उन्हें मुंबई में डरने की जरूरत नहीं है. रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने आरोप लगाया कि शिवसेना शासित बीएमसी द्वारा उपनगर बांद्रा में कंगना के बंगले के कुछ हिस्से को बदले की भावना से ढहाया गया और इसमें महाराष्ट्र सरकार की भी भूमिका थी.
मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कहा कि कंगना ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के संबंध में सच बोला था. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर रही सीबीआई को इस निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिये कि राजपूत ने आत्महत्या की या फिर उनकी हत्या की गई. आठवले ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) का समर्थन करते हुए बुधवार को उनके मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचने पर सुरक्षा प्रदान करने की पेशकश की थी.