उजबेकिस्तान में 28 सितंबर से शुरू हुआ ताशकंद इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2021 शनिवार को समाप्त हो गया. ताशकंद इंटनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे रजनीश बाबा मेहता की फिल्म बाबरी मस्जिद पर आधारित पुण्यतिथि भी दिखाई गई. बाबा मेहता को फॉर द आइडिया ऑफ द ह्यूमन सॉलिडेरिटी का अवॉर्ड भी दिया गया. 1968 में शुरू हुए इस फेस्टिवल को 1994 में राजनीतिक कारणों से बंद कर दिया गया था, लेकिन उजबेकिस्तान का राजनीतिक परिवेश बदलने के बाद ये फेस्टिवल इस साल फिर से शुरू किया गया. अगली फिल्म फेस्टिवल में जेरार्ड डेपार्डियू, तैमूर बेकमंबेटोव, रॉब मिंकॉफ, ल्यूक बेसन और स्टीवन सीगाल जैसे सितारे भी शामिल होंगे.
30 देशों के फिल्ममेकर हुए शामिल
यहां दुनिया के 30 देशों के युवा फिल्ममेकर को द पर्ल सिल्क रोड के अंतर्गत उजबेकिस्तान में रहकर महज 5 दिनों फिल्म बनाने का मौका भी मिला. हिंदुस्तान से कई फिल्में भेजी गई थी, मगर इस फेस्टिवल में भारत से इकलौते फिल्ममेकर रजनीश बाबा मेहता को मौका मिला. इस फेस्टिवल में बॉलीवुड के कई नामचीन अभिनेता डिनो मारिया, बोमन इरानी, मिथुन चक्रवर्ती, कुणाल कपूर, गुलशन ग्रोवर, जावेद जाफरी, रणधीर कपूर, हुमा कुरैशी, रिचा चड्डा, अदिती राव हैदरी, निर्माता-निर्देशक संजय गु्प्ता, अनुराग वासु औऱ राहुल रवैल ने शिरकत कर रजनीश बाबा मेहता का हौसला बढ़ाया.
हुमा ने भी बिखेरा जलवा
गैंग्स ऑफ वासेपुर, बेल बॉटम, जॉली एलएलबी 2, एक थी डायन के अलावा कई फिल्मों में अपनी बेहतरीन भूमिकाओं के लिए जानी जाने वाली हुमा कुरैशी ने रेड कार्पेट में भी हिस्सा लिया, मंगलवार को शुरू हुआ यह समारोह 3 अक्टूबर तक चलता रहा. हुमा कुरैशी न्यू उज्बेकिस्तान कार्यक्रम का भी हिस्सा बनीं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और युवाओं को समर्पित था. वह दो अन्य कार्यक्रमों में विश्व सिनेमा के दिन और सिल्क रोड के मोती में भी शामिल हुईं. अगली फिल्म फेस्टिवल में जेरार्ड डेपार्डियू, तैमूर बेकमंबेटोव, रॉब मिंकॉफ, ल्यूक बेसन और स्टीवन सीगाल जैसे सितारे भी शामिल होंगे.
HIGHLIGHTS
- बाबा मेहता को फॉर द आइडिया ऑफ द ह्यूमन सॉलिडेरिटी का अवॉर्ड
- बाबा की फिल्म बाबरी मस्जिद पर आधारित पुण्यतिथि भी दिखाई गई
- हुमा कुरैशी ने रेड कार्पेट पर बिखेरा जलवा, कई कार्यक्रमों में शिरकत की