वरुण धवन (Varun Dhawan) और जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) की फिल्म बवाल (Bawaal) हाल ही में ओटीटी पर रिलीज हुई है, जब से ये रिलीज हुई तब से ही फिल्म को लेकर बवाल जारी है. दरअसल फिल्म के दर्शकों के एक वर्ग ने फिल्म के उस सीन की आलोचना की है, जो ऑश्र्वित्ज के नरसंहार से प्रेरित है, जिसके बाद से यहूदी संगठन ने फिल्म को प्राइम वीडियो से हटाने की मांग की और ओपन लेटर लिखा है, इस लेटर में ओटीटी प्लेटफॉर्म से बवाल की स्ट्रीम पर रोक लगाने की अपील की गई.
फिल्म में, जान्हवी (Janhvi Kapoor) एक मिर्गी से पीड़ित युवा महिला का किरदार निभा रही हैं, जो अपने पति से भावनात्मक शोषण का सामना कर रही है, जिसका किरदार वरुण ने निभाया है. फिल्म में एक अनोखा मोड़ आता है जब कपल यूरोप में नरसंहार जर्नी की यात्रा करते हैं, जिससे उनके तनावपूर्ण रिश्ते में बदलाव आता है. डॉयलॉग जैसे, "हम सब कुछ हद तक हिटलर की तरह हैं, है ना?" पर भी आपत्ति जताई गई है.
नितेश तिवारी ने किया ऐसे रिएक्ट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साइमन विसेन्थल सेंटर (एसडब्ल्यूसी) ने प्राइम वीडियो से फिल्म ‘बवाल’ को हटाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि, "अगर फिल्म के मेकर्स का लक्ष्य कथित तौर पर नाजी मृत्यु शिविर में एक काल्पनिक सीन दिखाकर अपनी फिल्म के लिए PR हासिल करना था तो वो इसमें सफल हो चुके हैं. इसलिए अब अमेजन प्राइम वीडियो 'बवाल' की स्ट्रीमिंग पर रोक लगा देना चाहिए. वहीं फिल्म को लेकर निर्देशक नितेश तिवारी ने हो रही आलोचना का जवाब दिया है. उन्होंने कहा है, "आप रचनात्मक प्रक्रिया पर सवाल उठा सकते हैं, आप रचनात्मक लोगों पर सवाल उठा सकते हैं, लेकिन कृपया इरादे पर सवाल न उठाएं. जिस क्षण आप इरादे पर सवाल उठाना शुरू करते हैं, यह दुखद हो जाता है. यह आपकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है, जिसके लिए इतने सालों की कड़ी मेहनत करनी पड़ी है.
Source : News Nation Bureau