मौत को लेकर संजीव कुमार का डर सच साबित हुआ, जानें कैसे
9 जुलाई 1938 को गुजरात के सूरत में जन्में संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) का असली नाम हरीभाई जरीवाला था. संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को बचपन से ही अभिनय का शौक था और यही शौक पूरा करने के लिए वो मायानगरी मुंबई में आए
Sanjeev Kumar Death Anniversary: फिल्म शोले के 'ठाकुर' संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) की आज 6 नवंबर को पुण्यतिथि है. 9 जुलाई 1938 को गुजरात के सूरत में जन्में संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) का असली नाम हरीभाई जरीवाला था. संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को बचपन से ही अभिनय का शौक था और यही शौक पूरा करने के लिए वो मायानगरी मुंबई में आए. शुरुआती दिनों में संजीव कुमार ने एक्टिंग स्कूल में एडमिशन लिया, इसी दौरान उन्हें 1960 में फिल्म 'हम हिन्दुस्तानी' में एक छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला.
संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) बतौर लीड एक्टर फिल्म 'निशान' में नजर आए. इसके बाद वो कई फिल्मों में नजर आए जिनमें 'स्मगलर', 'पति-पत्नी', 'हुस्न और इश्क', 'बादल', 'नौनिहाल' जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं. इन सभी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखाया.
इसके बाद साल 1970 में रिलीज हुई फिल्म खिलौना ने संजीव कुमार को रातों रात स्टार बना दिया. इस फिल्म के बाद वो 'दस्तक' में नजर आए, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई और संजीव कुमार को इसके लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड दिया गया. संजीव कुमार की निजी जिंदगी की बात करें तो एक्टर ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को काफी पसंद करते थे.
खबरों की मानें तो संजीव कुमार ने हेमा मालिनी को प्रपोज भी किया था मगर तब तक हेमा मालिनी की जिंदगी में धर्मेंद की एंट्री हो गई थी. जिसकी वजह से हेमा मालिनी ने संजीव कुमार के साथ शादी के प्रपोजल को ठुकरा दिया. बड़े पर्दे पर जिंदादिल किरदार निभाने वाले संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को असल जिंदगी में मौत का डर सताता रहता था. खबरों के मुताबिक, उन्हें ऐसा लगता था कि उनकी मौत कम उम्र में ही हो जाएगी. दरअसल, संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) जिस परिवार से ताल्लुक रखते थे, वहां पर कई सदस्यों की मौत 50 साल से कम उम्र में ही हो गई थी. संजीव कुमार का ये डर सच साबित हुआ और उनकी मौत 47 साल की उम्र में हो गई.