Vijay Deverakonda's Birthday : विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) के लिए आज का दिन बेहद खास है. क्योंकि एक्टर आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. आज एक्टर एक बड़े स्टार हैं. लेकिन यह सब कुछ हासिल करने से पहले उन्हें काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा. उन्होंने नुव्विला, येवदे सुब्रमण्यम और लाइफ इज ब्यूटीफुल जैसी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल करके साउथ फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की. हालांकि फिल्मों में उनके प्रदर्शन के लिए उनकी काफी सराहना की गई. इसके बाद एक्टर की लाइफ ने बड़ा रुख लिया और उन्होंने ब्लॉकबस्टर हिट फिल्म पेली चूपुलु दी.
विजय रातोंरात सनसनी बन गए -
थारुन भास्कर की पेली चोपुलु से विजय दर्शकों के बीच सही तालमेल बिठाने में कामयाब रहे. उसके बाद, वह रातोंरात सनसनी बन गए और संदीप रेड्डी वांगा की अर्जुन रेड्डी के साथ इस सिलसिले को जारी रखा.अर्जुन के रूप में उनके रोल ने एक अमिट छाप छोड़ी. फिल्म भारी आलोचनाओं के बाद भी बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही.
कई फ्लॉप फिल्में दी -
आपको बता दें कि अर्जुन रेड्डी के बाद, विजय ने एक से बढ़कर एक फिल्में की, जिसमें गीता गोविंदम, डियर कॉमरेड का नाम शामिल है. हालांकि इतनी हिट्स के बाद भी उन्होंने कई फ्लॉप फिल्में दी. इन सब कुछ के बावजूद वो एक स्टार की तरह उठे. एक ऐसा सितारा जिसे हमेशा देखा और याद किया जाता है.
पैसे के लिए चुनी फिल्में -
विजय देवरकोंडा फिल्टर-मुक्त हैं. स्टार ने एक बार साझा किया था कि, 'मुझे एक्टिंग पसंद है. मुझे वो पैसा पसंद है जो इसके साथ आता है, और फिर आराम और लग्जरी जो मैं अपने परिवार को दे सकता हूं, लेकिन मुझे यह भी लगता है कि मेरे जीवन में जो कुछ भी हुआ उसका एक बड़ा उद्देश्य है. जब मैं बड़ा हो रहा था , मैंने शाहरुख खान को दिल्ली से आते देखा या चिरंजीवी गारू को बिना किसी से घर वापस आते देखा. उन्होंने उम्मीद की एक झलक दी कि यह किया जा सकता है. मुझे लगता है कि मुझे अपनी जनरेशन के लिए भी ऐसा करने की जरूरत है.'
नेपोटिज्म पर तोड़ी चुप्पी -
साउथ इंडस्ट्री चिरंजीवी परिवार, अक्किनेनी परिवार, दग्गुबाती परिवार और अन्य जैसे प्रतिष्ठित परिवारों से फेमस है. ऐसे में बिना किसी गॉडफादर के वहां एंट्री ली और खुद को प्रूफ किया, जो काफी मुश्किल था. जब विजय ने कॉफी विद करण में भाग लिया था तो उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों पर बात करते हुए बोला था कि, 'यह आसान नहीं था. यह शायद मेरे जीवन का सबसे कठिन काम था जो मुझे एक मंच खोजने के लिए करना पड़ा, जहां मुझे एक एक्टर के रूप में देखा जा सके. मैंने थिएटर से शुरुआत की और जब मैंने इसे पूरा किया, तो मैंने सोचा कि मैं घोषणा करुंगा कि मुझे एक एक्टर बनना है और सभी निर्माता लाइन में लग जाएंगे. अचानक, मुझे एहसास हुआ कि आप उनका ध्यान भी नहीं खींच सकते.
इंडस्ट्री में, जब भी मैं कोई शो करता था, तो दूसरे निर्देशक मुझसे पूछने के लिए लाइन में लग जाते थे. उनके शो में एक्टिंग करने के लिए. इस तरह कुछ भी नहीं हुआ जब मैं फिल्म इंडस्ट्री में शामिल होना चाहता था. मुझे यह भी नहीं पता था कि कहां जाना है ? किससे बात करनी है ? मैं कास्टिंग कॉल पोस्ट करने वाली वेबसाइटों के माध्यम से स्कैन करता था.' उनके इस इंटरव्यू से ये तो साफ पता चल रहा है कि उन्हें यह सब कुछ कितने मुश्किल से मिला. लेकिन इससे सीखने को भी काफी कुछ मिला. अगर आप किसी चीज को पाने के लिए लगातार मेहनत करते हैं तो वो आपको जरूर मिलती है, जिसे एक्टर ने प्रूफ कर दिया.