भारतीय लीजेंड्री सिॆंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) अब इस दुनिया में नहीं रही. उन्होंने एक से बढ़कर एक गीत हमारे भारतीय सीनेमा को दिए. जिसे शायद कोई भी भूल नहीं सकता. लता दीदी कई दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की आईसीयू में एडमिट थी. लेकिन शनिवार को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी, जिसके चलते लता दीदी को एग्रेसिव थेरेपी दी जा रही थी. ताकि हालत में सुधार हो सके. लेकिन अब सुरो की सम्राज्ञी अब इस दुनिया को छोड़ गई हैं. अब वो सिर्फ हमारी यादों और दिलों में ही जिंदा रहेंगी. आज हम लता दीदी से जुड़ी हुई कुछ बातों को साझा करेंगे.
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आपको बताते चले कि लता दीदी ने मोहम्मद रफी के साथ कभी भी गाना ना गाने का फैसला लिया था. लेकिन रफी के माफी मांगने के बाद उन्होंने गाना गाने का निर्णय लिया. इसके साथ ही उन्होंने निर्माताओं के खिलाफ टाइम से पैसे ना देने पर भी आवाज उठाई. जिसके बाद निर्माताओं को उनके आगे झुकना पड़ा और सभी गायकों को समय से पैसे दिए जाने लगे. वहीं लता की एक बार एस०डी० बर्मन से भी भिड़ंत हो गई थी. दरअसल, हुआ यूं था कि लंच करते वक्त एस.डी. बर्मन सभी को बाहर भेज देते थे और वो अकेले ही लंच करते थे, लेकिन एक दिन जब उन्होंने ऐसा किया तो लता दीदी वहां मौजूद थी. वो वहां से बाहर नहीं आईं बल्कि साथ खाने की जीद कर बैठी थी. इस बात पर एस. डी. दादा गुस्सा हो गए और उन्होंने दीदी को डाट लगा दी, जिसके बाद लता दीदी ने भी उनके साथ गाना ना गाने ऐलान कर दिया था. हालांकि एस. डी. साहब ने भी इसका तोड़ निकाला और उनकी बहन आशा भोसले से अपने गाने गवाने लगे. ऐसे कई किस्से हैं जो बहुत मशहूर हुए थे.