सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने आज फेसबुक पर पश्चिमी सभ्यता को अपनाने वालों से कुछ ऐसे सवाल पूछें हैं, जिनका जवाब शायद ही वे दे सकें। बिग बी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि Birthday के दिन कुछ सवाल जो मैं कई दिनों से अपने आपसे और औरों से पूछ रहा हूं। जन्मदिवस पे CAKE क्यों ? उस पर CANDLES क्यों? उन्हें जलाया क्यों जाता है? फिर उन्हें फूंक कर बुझाया क्यों जाता है, एक क़त्ल नुमा छुरी से cake का क़त्ल क्यों किया जाता है, उसका एक हिस्सा पहले किसी महानुभाव या नामदार को क्यों दिया जाता है, फिर कोई दूसरा आप, जिसका जन्म दिवस हो, उससे क्यों खिलाया जाता है और तत्पश्चात, वो पूरा CAKE, उसी के मुंह पे, जो आजकल एक नयी प्रथा चली है, पोत क्यों दिया जाता है?
अरे भाई, हमारे देश में कोने कोने में अद्भुत मिष्ठान होते हैं। जलेबी, खोया, रसोगुल्ला ,चम चम , लड्डू, पेड़ा, खीर, बर्फी इत्यादि। वो क्यों नहीं खाया जाता, या मंगवाया जाता?
और फिर हमारी प्रथा तो होती है की हम दिए जलाते हैं श्रद्धा के रूप में .... उन्हें भुझाने का अर्थ तो कुछ और होता है?
फिर ये सब क्यों ?
अंग्रेज चले गए, नमूना छोड़ गए और हम उसी प्रथा की ग़ुलामी कर रहे हैं .... HAIN !!!??
अमिताभ के इस पोस्ट से जाहिर होता है कि वह आज भी अपनी संस्कृति और सभ्यता के कायल हैं और इस अग्रेंजों की गुलामी वाली प्रथा से छुटकारा चाहते हैं।
Source : News Nation Bureau