कुछ लोग होते हैं जिन्हें शायद कभी नहीं भुलाया जा सकता है, उन्हीं में से एक हिन्दी फिल्मों के जाने-माने निर्देशक यश चोपड़ा (Yash Chopra)थे. उनकी फिल्मों को पर्दे पर हमेशा प्यार मिला. उन्होंने अपने भाई बी. आर. चोपड़ा और आई. एस. जौहर के साथ बतौर सहायक निर्देशक फिल्म जगत में एंट्री ली थी. निर्देशक ने 1959 में अपनी पहली फिल्म धूल का फूल बनायी थी. इसके बाद वो बैक-टू- बैक एक हिट फिल्म करते गए. चोपड़ा साहब की फिल्मों को आज भी उतना पसंद किया जाता है, जैसे पहले किया जाता था.
क्योंकि यही एक जरिया है फैंस के पास उनको याद करने का. स्ट्रीमिंग डॉक्यू-सीरीज 'द रोमैंटिक्स' (Docu-Series 'The Romantics), दिवंगत निर्देशक-निर्माता यश चोपड़ा की विरासत को श्रद्धांजलि है.
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द रोमैंटिक्स होगा पाठ्यक्रम का हिस्सा -
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय फिल्म टेलीविजन संस्थान (FTII) पुणे ने 'द रोमैंटिक्स' को अपने पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने का फैसला किया है. वहीं ऑस्कर और एमी-नॉमिनेटेड फिल्मकार स्मृति मूंदड़ा, जिन्होंने 'द रोमैंटिक्स' का निर्देशन किया है. उन्होंने कहा है कि 'एक पूर्व फिल्म छात्र के रूप में, मैंने दुनिया भर के कलाकारों के काम का अध्ययन किया. यह हमेशा मुझे परेशान करता था. मैंने भारतीय सिनेमा के महान फिल्म निर्माताओं के बारे में नहीं पढ़ाया.'
स्मृति मूंदड़ा ने आगे कहा, 'द रोमैंटिक्स' हमारे सबसे सम्मानित निर्देशकों में से एक यश चोपड़ा, और फिल्म निर्माताओं और फिल्म देखने वालों की पीढ़ी के शिल्प, यात्रा और वैश्विक प्रभाव पर प्रकाश डालने का मेरा प्रयास है.' आपको बता दें कि 'द रोमैंटिक्स' यश चोपड़ा के प्रोडक्शन हाउस वाईआरएफ और पिछले 50 सालों से भारत और भारतीयों पर उनके सांस्कृतिक प्रभाव को भी प्रदर्शित करता है.
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