देशभर में कोलकाता में हाल ही में हुए एक गंभीर हादसे ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस बीच, डायरेक्टर सनोज मिश्रा की फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' ने भी ध्यान खींचा है, जिसमें उन्होंने कोलकाता की जमीनी हकीकत को दर्शाने का प्रयास किया है. हालांकि, फिल्म की रिलीज के आसपास डायरेक्टर की गुमशुदगी की खबरें भी आईं थीं.
सनोज मिश्रा के गुमशुदा होने की खबर
14 अगस्त को सनोज मिश्रा के गुमशुदा होने की खबर सामने आई थी, और इस मुद्दे पर कंगना रनौत ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा की थी. हालांकि, कुछ दिनों बाद सनोज मिश्रा बनारस में देखे गए. इस बीच, डायरेक्टर ने अपनी गुमशुदगी और फिल्म के बारे में मीडिया से बात की.
डायरेक्टर पुलिस के जांच अधिकारी से मिले
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सनोज मिश्रा ने बताया कि 14 अगस्त को उन्होंने कोलकाता जाकर पश्चिम बंगाल पुलिस के जांच अधिकारी से मिलने का निर्णय लिया था. उन्होंने यह भी कहा कि अगर फिल्म में कुछ भी विवादास्पद होता, तो सेंसर बोर्ड उसकी रिलीज पर रोक लगाता. सनोज ने खुलासा किया कि 14 अगस्त के बाद से उनका किसी से संपर्क नहीं रहा, जिससे गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
पश्चिम बंगाल के हालात पर गहन रिसर्च किया
फिल्म बनाने से पहले, सनोज मिश्रा ने पश्चिम बंगाल के हालात पर गहन रिसर्च किया और फिल्म की बुनियाद रखी. हालांकि, फिल्म के ट्रेलर के लॉन्च के बाद से उन्हें धमकियां मिलने लगीं और मुंबई आवास पर कोलकाता पुलिस के नोटिस आने लगे. अज्ञात लोगों ने उन्हें धमकी दी और फिल्म की रिलीज रोकने की बात कही. इन धमकियों के चलते, उन्होंने मुंबई से लखनऊ शिफ्ट होने का निर्णय लिया, लेकिन समस्याएं बनी रहीं और पश्चिम बंगाल पुलिस की नोटिसें आने लगीं.
पश्चिम बंगाल पुलिस की नोटिसें आने लगीं
सनोज मिश्रा ने बताया कि उन्हें संदेह था कि कुछ संदिग्ध लोग उनका पीछा कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने किसी तरह से वाराणसी पहुंचकर वहां से संपर्क किया. उन्होंने यह भी कहा कि वे फिल्म और बीते दिनों की घटनाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने प्रस्तुत करना चाहते हैं.
फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' 30 अगस्त को रिलीज होगी
फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' 30 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है और यह फिल्म कोलकाता की वास्तविकताओं को उजागर करने का प्रयास करती है.