बॉलीवुड एक्ट्रेस एशा देओल ने हाल ही में पीरियड्स के दौरान घर में लगाई जाने वाली पाबंदियों के बारे में खुलासा किया है. इस चर्चा में उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उन पर कई बंदिशें लगाई जाती थीं. यह बातचीत उनके पर्सनल लाइफ के पहलुओं को उजागर करती है, और यह दिखाती है कि कैसे समाज में महिलाओं को कई रूढ़िवादी मान्यताओं का सामना करना पड़ता है.
मंदिर जानें पर रोक
एशा देओल ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके घर में पीरियड्स के दौरान विशेष पाबंदियाँ लगाई जाती थीं. उन्होंने कहा कि उनका परिवार एक रूढ़िवादी था, जिसमें पीरियड्स के दौरान मंदिर जाकर प्रार्थना करने की इजाज़त नहीं थी. जब उनके पीरियड्स खत्म होते थे, तब उन्हें बाल धोकर ही पूजा करने की अनुमति थी. यह एक रूढ़िवादी तरीका था जिसे उन्होंने पालन किया.
सेक्स एजुकेशन का खुलासा
एशा ने यह भी खुलासा किया कि पीरियड्स और सेक्स एजुकेशन के बारे में जानकारी उन्हें स्कूल से मिली. उनके परिवार में इस विषय पर खुलकर बात नहीं की जाती थी. एशा ने बताया कि उनकी मां, नानी और आंटी के बीच रहते हुए उन्होंने इन विषयों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. स्कूल ने ही उन्हें सेक्स एजुकेशन के बारे में समझाया.
प्रोफेशनल और पर्सनल एक्सपीरियंस
एशा देओल, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी, बॉलीवुड में कई फिल्मों का हिस्सा रही हैं, जैसे धूम, दस, और नो एंट्री. हाल ही में उन्होंने अपने पर्सनल और प्रोफेशनल एक्सपीरियंस पर बात की. उन्होंने फिल्मों में अपने करियर के अलावा, अपने पर्सनल लाइफ की चुनौतियों को भी शेयर किया.
फिल्मी करियर और हाल की एक्टिविटी
एशा ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 2002 में की थी और उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया. उनकी हाल की प्रोजेक्ट्स में शॉर्ट फिल्म "एक दुआ" और थ्रिलर सीरीज "रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस" शामिल हैं. इसके अलावा, उन्होंने सुनील शेट्टी स्टारर शो "हंटर: टूटेगा नहीं तोड़ेगा" में भी भूमिका निभाई है.