साउथ सिनेमा के स्टार ऋषभ शेट्टी हाल ही में अपनी फिल्म 'कंतारा' के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड जीतने के बाद चर्चा में हैं. हालांकि, उनकी फिल्म की सफलता और सम्मान के बावजूद, ऋषभ शेट्टी ने बॉलीवुड पर एक विवादित कमेंट्स की, जिसने उन्हें एक नए विवाद के केंद्र में ला दिया है. अब हाल ही में ऋषभ शेट्टी के बयान पर नानी ने रिप्लाई किया है.
ऋषभ शेट्टी का बयान
ऋषभ शेट्टी ने हाल ही में कहा कि बॉलीवुड भारत को गलत तरीके से दिखाता है.बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर भारत को एक खराब तरीके से पेश किया जाता है, और ये फिल्में कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में पुरस्कार जीतने के लिए तैयार की जाती हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी फिल्में और कहानियां इस तरह से बनाते हैं कि देश और संस्कृति को सम्मान मिले और किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे.
एक्टर नानी का रिएक्शन
ऋषभ के बयान पर रिप्लाई देते हुए, साउथ के लोकप्रिय अभिनेता नानी ने कहा, "क्या उन्होंने वास्तव में ऐसा कहा?" नानी ने अपने आश्चर्य को व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि बॉलीवुड भारत को नेगेटिव तरीके से दिखा रहा है. नानी के अनुसार, हिंदी सिनेमा में तकनीक और कहानी के इमोशनल पहलू को अधिक महत्व दिया जाता है, और उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ फिल्मों में ऐसा महसूस किया है.
ऋषभ का बचाव किया
नानी ने ऋषभ के बयान का पॉजिटिव लेते हुए कहा कि हो सकता है कि ऋषभ का इरादा केवल यह हो कि हिंदी सिनेमा में जड़ों वाली कहानियों को अधिक महत्व दिया जा सकता है. नानी ने साफ किया कि वह ऋषभ के बयान के मतलब को जाने बिना कुछ नहीं कह सकते हैं और उन्होंने ऋषभ का बचाव किया, यह मानते हुए कि उनकी बात का गलत अर्थ निकाला जा सकता है.
सोशल मुद्दों पर फोकस
एक इंटरव्यू में ऋषभ शेट्टी ने बताया कि उनका ध्यान सामाजिक मुद्दों पर है और उनकी फिल्में इन मुद्दों को सही तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश करती हैं. उन्होंने कहा कि सिनेमा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो सामाजिक कारणों और मुद्दों को उजागर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है. उनका यह मानना है कि भारतीय फिल्मों को सही तरीके से प्रस्तुत किया जाना चाहिए ताकि देश की छवि को नुकसान न पहुंचे.
फिल्म 'कंतारा' के प्रभाव
ऋषभ की फिल्म 'कंतारा' (2022) ने अपने सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण के लिए सराहना प्राप्त की है. फिल्म ने न केवल राष्ट्रीय पुरस्कार जीते बल्कि इसने सामाजिक मुद्दों को उजागर किया है. ऋषभ का मानना है कि उनकी फिल्मों का उद्देश्य दर्शकों को सोचने और समझने पर प्रेरित करना है, और उन्होंने अपने काम में इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि उनकी फिल्में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं.
Rishabh Shetty: 'बॉलीवुड कर रहा भारत की छवि खराब'... ऋषभ शेट्टी के इस बयान पर हाय पापा एक्टर ने दिया जवाब
Rishabh Shetty: अभिनेता नानी ने ऋषभ शेट्टी द्वारा बॉलीवुड को लेकर की गई कमेंट पर करारा जवाब दिया है, अभिनेता ने इस कमेंट्स का जवाब देते हुए कहा कि हिंदी फिल्में कभी-कभी स्टोरी टेलिंग को पीछे कर देती हैं.
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साउथ सिनेमा के स्टार ऋषभ शेट्टी हाल ही में अपनी फिल्म 'कंतारा' के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड जीतने के बाद चर्चा में हैं. हालांकि, उनकी फिल्म की सफलता और सम्मान के बावजूद, ऋषभ शेट्टी ने बॉलीवुड पर एक विवादित कमेंट्स की, जिसने उन्हें एक नए विवाद के केंद्र में ला दिया है. अब हाल ही में ऋषभ शेट्टी के बयान पर नानी ने रिप्लाई किया है.
ऋषभ शेट्टी का बयान
ऋषभ शेट्टी ने हाल ही में कहा कि बॉलीवुड भारत को गलत तरीके से दिखाता है.बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर भारत को एक खराब तरीके से पेश किया जाता है, और ये फिल्में कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में पुरस्कार जीतने के लिए तैयार की जाती हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वे अपनी फिल्में और कहानियां इस तरह से बनाते हैं कि देश और संस्कृति को सम्मान मिले और किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे.
एक्टर नानी का रिएक्शन
ऋषभ के बयान पर रिप्लाई देते हुए, साउथ के लोकप्रिय अभिनेता नानी ने कहा, "क्या उन्होंने वास्तव में ऐसा कहा?" नानी ने अपने आश्चर्य को व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि बॉलीवुड भारत को नेगेटिव तरीके से दिखा रहा है. नानी के अनुसार, हिंदी सिनेमा में तकनीक और कहानी के इमोशनल पहलू को अधिक महत्व दिया जाता है, और उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ फिल्मों में ऐसा महसूस किया है.
ऋषभ का बचाव किया
नानी ने ऋषभ के बयान का पॉजिटिव लेते हुए कहा कि हो सकता है कि ऋषभ का इरादा केवल यह हो कि हिंदी सिनेमा में जड़ों वाली कहानियों को अधिक महत्व दिया जा सकता है. नानी ने साफ किया कि वह ऋषभ के बयान के मतलब को जाने बिना कुछ नहीं कह सकते हैं और उन्होंने ऋषभ का बचाव किया, यह मानते हुए कि उनकी बात का गलत अर्थ निकाला जा सकता है.
सोशल मुद्दों पर फोकस
एक इंटरव्यू में ऋषभ शेट्टी ने बताया कि उनका ध्यान सामाजिक मुद्दों पर है और उनकी फिल्में इन मुद्दों को सही तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश करती हैं. उन्होंने कहा कि सिनेमा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो सामाजिक कारणों और मुद्दों को उजागर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है. उनका यह मानना है कि भारतीय फिल्मों को सही तरीके से प्रस्तुत किया जाना चाहिए ताकि देश की छवि को नुकसान न पहुंचे.
फिल्म 'कंतारा' के प्रभाव
ऋषभ की फिल्म 'कंतारा' (2022) ने अपने सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण के लिए सराहना प्राप्त की है. फिल्म ने न केवल राष्ट्रीय पुरस्कार जीते बल्कि इसने सामाजिक मुद्दों को उजागर किया है. ऋषभ का मानना है कि उनकी फिल्मों का उद्देश्य दर्शकों को सोचने और समझने पर प्रेरित करना है, और उन्होंने अपने काम में इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि उनकी फिल्में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं.