IC 814 Kandhar Hijack: बॉलीवुड एक्टर विजय वर्मा, पत्रलेखा और नसीरुद्दीन शाह की सीरीज 'IC 814 कंधार हाईजैक' पर बवाल मच गया है. इस सीरीज को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है. मामला अब हाई कोर्ट से लेकर सरकार के पास पहुंच गया है. इस डॉक्यु सीरीज में इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट में हाईजैक करने वाले आतंकियों के नाम हिंदू दिखाए गए हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोगों ने हाईजैकर्स के हिंदू नामों को लेकर आपत्ति जताई थी. 29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई इस सीरीज पर आज सुनवाई होनी है.
नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड को मिला समन
वेब सीरीज पर आपत्ति को लेकर सोमवार को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के कंटेंट हेड को दिल्ली में समन किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल से सीरीज में दिखाए गए विवादास्पद पहलुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है.
मोनिका शेरगिल दिल्ली में शास्त्री भवन पहुंची हैं. यहां उनकी मीटिंग सूचना प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव के साथ है. केंद्र सरकार भी सीरीज में दिखाए गए विवाद को गंभीरता से ले रही है.
बैन लगाने की उठी मांग
सोशल मीडिया पर लोग 'IC 814' को पर बैन लगाने की मांग कर रहे थे. इसी के चलते दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिका में सीरीज के प्रदर्शन की अनुमति वाले सर्टिफिकेट को रद्द करने और इस शो पर तत्काल रोक लगाने की अपील की है.
मेकर्स ने तथ्यों के साथ दी सफाई
डायरेक्टर अनुभव सिन्हा 'IC 814: द कंधार हाईजैक' एक सच्ची घटना पर आधारित सीरीज है. इसमें विजय वर्मा कैप्टन देवी शरण के रोल में हैं. सीरीज 24 दिसंबर 1999 में हुई आतंकी घटना पर बनी है. इसे बनाने के लिए मेकर्स ने रियल कैप्टन देवी शरण और सृंजॉय चौधरी की किताब 'फ्लाइट इनटू फियर'को आधार बनाया है. इसके अलावा संजय शर्मा की किताब 'IA's Terror Trail' का भी रेफरेंस दिया है. मेकर्स का कहना है कि सीरीज बनाने में फैक्ट्स का पूरा ध्यान रखा गया है.
दरअसल, कंधार हाईजैक मामले में पांच आतंकवादी शामिल थे और वो सभी मुस्लिम थे. उनका असली नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, ज़हूर मिस्त्री और शाकिर था. ऐसे में वेब सीरीज में आतंकियों के कोडनेम हिंदू दिखाए जाने पर बवाल मच गया है. ये भी सच है कि आतंकियों ने प्लेन में सवार होने के लिए नकली हिंदू नाम रखे थे.