हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म "द बकिंघम मर्डर्स" ने अपने ऑडियंस को एक गंभीर और परतदार मिस्ट्री ड्रामा की दुनिया में ले जाने का दावा किया है। इस फिल्म ने ऑडियंस को एक जटिल अपराध की जांच की यात्रा पर ले गया, जिसमें सामाजिक मुद्दों और तनावों को जोड़ते हुए एक नई दिशा पेश की गई है.
फिल्म की कहानी
फिल्म की करेक्टर, जसमीत भामरा (करीना कपूर खान), एक ब्रिटिश-भारतीय जासूस इंस्पेक्टर हैं जो अपने बच्चे को खो चुकी हैं. इस स्थिति में, उन्हें बकिंघमशायर में 10 साल की बच्चे, इश्मीत की हत्या के मामले में जासूस इंस्पेक्टर हार्डी (ऐश टंडन) की मदद करने के लिए कहा जाता है. बच्चे की हत्या सिख समुदाय से संबंधित है, और संदिग्ध इस्लामी मूल का है, जिससे मामला और भी जटिल हो जाता है.
कहानी की गहराई
"द बकिंघम मर्डर्स" न केवल एक जासूसी थ्रिलर है. यह फिल्म यू.के. में विभिन्न अप्रवासी समुदायों के बीच असहमति और तनाव को भी बारीकी से पेश करती है. फिल्म में नशीली दवाओं का दुरुपयोग और रूढ़िवादी अप्रवासी परिवारों में एलजीबीटीक्यूआईए की वर्जना जैसे इम्पॉटेंट सामाजिक मुद्दों को भी शामिल किया गया है.
निराश कर सकती है धीमी कहानी
फिल्म की कहानी में एक धीमी स्पीड का अहसास कराती है, जो कुछ ऑडियंस को निराश कर सकता है, लेकिन यह गहरी और परतदार कहानी को उजागर करने में सहायक साबित होती है. फिल्म का निर्देशन हंसल मेहता ने किया है, जिन्होंने अपने काम में एक ईमानदारी का परिचय दिया है.
करीना कपूर ने किया बहुत बढ़िया काम
करीना कपूर खान ने जसमीत भामरा के किरदार को शानदार तरीके से निभाया है. उनका संयमित और प्रभावी अभिनय फिल्म की गहराई को बढ़ाता है. ऐश टंडन ने डीआई हार्डी के रूप में अपने भरोसेमंद अभिनय से ऑडियंस को इम्प्रेस किया है. प्रभलीन संधू ने भी अपनी भूमिका में अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर फिल्म के अंतिम हिस्सों में. को-एक्टर ने भी अपनी भूमिकाओं में अच्छा काम किया है, जो फिल्म के ओवरऑल एक्सपीरियंस अच्छा बनाता है.
फिल्म की खूबियां और नेगेटिविटी
फिल्म की कहानी धीमा है, और इसे कुछ ऑडियंस के लिए आकर्षक बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. अंतिम 30 मिनट में कहानी का ड्रमेटिक मोड़ ऑडियंस को चौंकाने में सफल होता है, लेकिन पूरी फिल्म में यह तनाव और रोमांच की कमी महसूस होती है. फिल्म में दो गाने हैं जो इसके मूड के साथ मेल खाते हैं, लेकिन इसके बावजूद, फिल्म को बेहतर प्रभाव के लिए बेहतर स्पीड की जरुरत हो सकती है. कम से कम 15 मिनट और अच्छा बनाया जा सकता था.
मिस्ट्री ड्रामा के शौकीन देख सकते हैं फिल्म
फिल्म अब सिनेमाघरों में चल रही है, और अगर आप एक परतदार और गंभीर मिस्ट्री ड्रामा देखने के इच्छुक हैं, तो "द बकिंघम मर्डर्स" आपकी लिस्ट में जरूर होनी चाहिए. आप इस फिल्म को देखने के बाद अपने विचार हमारे साथ शेयर करना न भूलें.