Mithun Chakraborty Journey: हिन्दी सिनेमा के 'डिस्को किंग' मिथुन चक्रवर्ती को हाल ही में इंडियन सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा कर दी गई है. एक्टर को 8 अक्टूबर 2024 को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी के ये अवॉर्ड प्रेजेंट किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्टर को सम्मानित करने का ऐलान किया है. ऐसे में इस खबर से मिथुन दा के फैंस के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है.
मिथुन होंगे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित
एक समय ऐसा था जब मिथुन 90 के दशक के सुपरस्टार एक्टर थे. हालांकि आज भी उनकी पॉपुलैरिटी फैंस के बीच कम नहीं है. मिथुन दा अब भी फिल्मों और वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीतते नजर आते हैं. उनकी एक्टिंग को इस उम्र में भी लोगों का खूब प्यार मिलता है. आज मिथुन दा की इसी मेहनत क नतीजा है कि उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले भी मिथुन दा के नाम कई अवॉर्ड हैं.मगर क्या आप जानते हैं कि मिथुन दा ने अपनी पहचान बनाने के लिए कितना स्ट्रगल फेस किया है?
फुटपाथ पर भूखे पेट सोकर किया गुजारा
बता दें कि आज से करीब 40 साल पहले आंखों में एक बड़ा स्टार बनने का सपना लेकर मिथुन मायानगरी में आए थे. महीनों तक जब उन्हें काम नहीं मिला, तो वो दो वक्त की रोटी तक के लिए दर-बदर भटकते थे. कई दिनों तक उन्होंने भूखे पेट रातें गुजारीं. इतना ही नहीं कई बार ऐसा हुआ कि जब सोने के लिए जगह नहीं मिली, तो मिथुन दा फुटपाथ पर सोकर रातें गुजारते थे. कई दिनों तक ऐसा ही चला. दिन पर दिन बीतते गए और ऐसा ही चलता रहा उन्हें नौकरी नहीं मिली. फिल्मों के ऑडिशन देने गए तो काले रंग की वजह से उन्हें मना कर दिया गया. इसके बाद एक वक्त तो ऐसा भी आया जब मिथुन दा हार मानने लगे और उनके मन में सुसाइड करने तक के ख्याल आने लगे थे. मगर फिर उन्होंने अपने दिल को समझाया और हार ना मानते हुए संघर्षों से लड़ने का फैसला किया.
'मृगया' ने बदली किस्मत
इसके बाद मिथुन दा ने सोचा कि वो डांस अच्छा कर सकते हैं. जब वो अच्छा डांस करने लगे तो उन्होंने बड़ी-बड़ी पार्टियों में डांस करके अपना पेट भरना शुरू किया. इसके बाद ही उनकी किस्मत की चाबी खुली और साल 1976 में आई फिल्म 'मृगया' से उन्हें बॉलीवुड में एंट्री मिली. इसमें मिथुन का रोल एक ट्राइबल हीरो का था, जिसमें वो बिल्कुल फिट बैठते थे. हैरानी की बात तो ये थी कि मिथुन को उनकी पहली ही फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिली.
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'डिस्को डांसर' बनी भारत की पहली 100 करोड़ी फिल्म
इसके बाद मानों मिथुन की जिंदगी के सारे दुख खत्म हो गए. वहीं उनकी जिंदगी में दूसरा सुनहरा पल तब आया जब उन्हें 1982 में फिल्म डिस्को डांसर मिली. इस फिल्म का गाना ‘आई एम अ डिस्को डांसर’ और इसपर उका डांस शायद ही कोई भूल सकता है. यहीं नहीं मिथुन की ये फिल्म भारत की पहली फिल्म थी, जिसने 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी. इस फिल्म ने 'शोले' तक का रिकार्ड तोड़ दिया था.
मिथुन की सुपरहिट फिल्में
इसके बाद मिथुन ने अपने करियर में अग्निपथ, जल्लाद, कमांडो, गुरु, पसंद अपनी अपनी, घर एक मंदिर, स्वर्ग से सुंदर, मां कसम, तबाही, गंगा की कसम, आग ही आग, फूल और आग, बगावत की जंग, जहरीला, सौतेला और शेरा जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया.अब आखिर में बात करते हैं मिथुन दा की नेटवर्थ की तो, वो एक्टिंग के अलावा, बिजनेस, टीवी शोज में बतौर जज और ब्रांड एंडोर्समेंट से भी अच्छी खासी कमाई करते हैं. यही वजह है कि मिथुन चक्रवर्ती की नेटवर्थ 350 करोड़ से भी ज्यादा है.
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