डायरेक्टर वेंकट प्रभु ने नागा चैतन्य, कीर्थी शेट्टी और अरविंद स्वामी के साथ मिलकर तमिल-तेलुदू बाइलिंग्वल फिल्म 'कस्टडी' बनाई है. इस फिल्म में शिवा (नागा) एक उसूल और आदर्श वाला पुलिस कॉन्स्टेबल है. ऐसा जो कि एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाने के लिए सीएम (प्रियमणि) का काफिला रोक सकता है. वह फिल्म में कुछ ऐसा ही करता दिखेगा. शिवा की पर्सनल लाइफ के बारे में बात करें तो वह रेवती (कीर्थी शेट्टी) से प्यार करता है और शादी करना चाहता है. इस वजह से कीर्थी के घर में और शिवा के काम में मुश्किलें पैदा होने लगती हैं. उसकी जिंदगी में उथल-पुथल तब शुरू होती है जब वह अपनी सिंसियैरिटी के चक्कर में साजिश में फंस जाता है.
इस फिल्म के डायलॉग अब्बुरी रवि ने लिखे हैं और म्यूजिक इल्लैयाराजा और युवान शंकर राजा ने मिलकर दिया है. एक सीन तो ऐसा है जिसमें एक भी डायलॉग नहीं है...बस म्यूजिक की मदद से टेंशन दिखाई गई है...यह भी फिल्म में बहुत शानदार लगा है. पुलिस स्टेशन में एक फाइट सीन है...इसमें कैमरा वर्क शानदार है. फिल्म के पहले हिस्से में शिवा की कहानी को एस्टैब्लिश किया गया है. इस दौरान आपको दो गाने और कुछ अच्छे-अच्छे सीन देखने को मिलेंगे लेकिन जैसे ही शिवा की जिंदगी में राजू की एंट्री होती है...चीजें इतनी तेजी से बदलती हैं कि सोचने का भी टाइम नहीं मिलता. फिल्म की कहानी पूरी तरह युनीक नहीं है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. फिल्म में इंटरवल के वक्त साफ होता है कि शिवा को 24 घंटे में एक बड़ा मिशन कामयाब करना है. यह सेकेंड हाफ में बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है. यह फिल्म 12 मई यानी आड थियेटर्स में आ चुकी है. अगर आप नागा चैतन्य के फैन हैं तो इसके ओटीटी पर आने का इंतजार कीजिए और तब इसे इंग्लिश सब टाइटल के साथ देखिएगा.