दमदार अभिनय और उत्तर प्रदेश के एक ऐसे गंभीर मुद्दे को राजीव खंडेलवाल ने अपनी एक्टिंग से सजाया है और इन्साफ किया जिससे वाकई लोग कनेक्ट होंगे.
कहानी
फ़िल्म की कहानी शुरू होती है जब अजय सिंह यानी (राजीव खंडेलवाल) को पहले सीन मे ही गोली लगी है और लड़खड़ाते कदमो से जा रहे है और फ़्लैश बैक मे काफी कुछ सीन दिखाई देते हैं तभी अंदाज़ा लग जाता है कि फ़िल्म में काफी कुछ है. अजय सिंह एक जवान लड़का है जिसका सपना है आईएएस अफसर बनना और बुड्ढा बाप पियून की नौकरी करते हुए मेहनत करता है पैसे जुटा के बेटे को अफसर बनाना चाहता है. लेकिन समाज मे व्याप्त भ्रष्टाचार उससे ऐसा करने से तब रोक देता है जब ज्ञानू सिंह यानी अभिमन्यु सिंह उसके ज़िन्दगी मे आता है. जिसके बाद अजय सिंह की ज़िंदगी मे कई उतार चढ़ाव आते है अपने हाथ खून से रंगने पड़ते है और अपनों को खोना भी पड़ता है.
डायरेक्शन
फ़िल्म के डायरेक्शन की बात करे तो गहराई दिखी है. संजीव जायसवाल ने निर्देशन की बागडोर काफी अच्छे से संभाली है, टाइट स्क्रिप्ट और जबरदस्त डायलॉग्स फ़िल्म को चार चांद लगाने मे कामयाब रहे हैं. वही मंझे हुए कलाकारों और उनके किरदारों के साथ संजीव जायसवाल ने न्याय किया है.
एक्टिंग
अजय सिंह के किरदार मे राजीव खंडेलवाल ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. उत्तर प्रदेश के गरीब लड़के का किरदार बखूबी निभाया है. वही एक्ट्रेस समीक्षा ने मंजरी शुक्ला का किरदार निभाया है जो अजय की लव इंट्रेस्ट है. अतुल कुलकर्णी इंस्पेक्टर राजपाल सिंह के किरदार मे खूब जचे है जब जब स्क्रीन पर आते है चौका देते है एक भ्रष्ट पुलिस ऑफिसर का रोल अदा किया है. अभिमन्यु सिंह ने ज्ञानू सिंह का रोल किया है जो कॉलेज का छात्र संघ का नेता है पेपर लीक करवाता है क्रिमिनल है . हर एक करैक्टर अपने आप मे स्टोरी को आगे बढ़ाते है .
म्यूजिक
फ़िल्म की कहानी तेज़ी से बढ़ती है और एक्शन है उसे देखते हुए फ़िल्म मे हल्के गाने रखे गए है जो फ़िल्म के साथ सूट करता है. म्यूजिक मनोज मुंतसिर के है संगीत काफी अच्छा है और बैकग्राउंड संगीत का भी अच्छा इस्तेमाल हुआ है.
कुल मिलकर फिल्म प्रणाम में आपको प्यार, साजिश, दबंगई और ऐसी कहानी का अनुभव होगा जिससे आम लोगों का सरोकार है और शायद इसी लिए संजीव जैस्वाल के निर्देशन में बनी फिल्म प्रणाम का लोग दिल से स्वागत करेंगे.
Source : Vikas Radhesham