बॉलीवुड की 'क्वीन' कंगना रनौत का नाम विवादों के साथ अटूट जुड़ा हुआ है. उनकी हर फिल्म एक नई कहानी लेकर आती है, लेकिन साथ ही कुछ विवाद भी लेकर आती है. हाल ही में उनकी फिल्म 'इमरजेंसी' के साथ एक नया विवाद जुड़ा है, जो उनकी फिल्मी यात्रा की एक और खास कहानी को उजागर करता है.
कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' इंदिरा गांधी की भूमिका में उनके अभिनय को लेकर सुर्खियों में है. यह फिल्म एक पॉलिटिकल ड्रामा है, जिसमें सिख समुदाय को नकारात्मक तरीके से पेश किए जाने का आरोप लगाया गया है. सिख संगठनों ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है, और शिरोमणि अकाली दल ने इसे बैन करने की अपील की है. सीबीएफसी ने अभी तक फिल्म को सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है, जिससे फिल्म की रिलीज पर संकट गहरा गया है.
'टीकू वेड्स शेरू' में लिपलॉक सीन
कंगना के प्रोडक्शन हाउस की फिल्म 'टीकू वेड्स शेरू' में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अवनीत कौर के बीच एक लिपलॉक सीन पर विवाद हुआ. इस सीन की आलोचना तब हुई जब यह पता चला कि फिल्म में पति-पत्नी का रोल निभा रहे अभिनेता और अभिनेत्री के बीच 27 साल का अंतर है. इस असमान उम्र के अंतर को लेकर बवाल मच गया.
'धाकड़' की नेगेटिव पीआर
2022 में रिलीज हुई 'धाकड़' ने कंगना के एक्शन अवतार को प्रदर्शित किया, लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही. कंगना ने आरोप लगाया कि फिल्म के खिलाफ जानबूझकर नेगेटिव पब्लिसिटी की गई, जिससे फिल्म की कमाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा.
'तेजस' का विवाद
'तेजस' में कंगना ने एयरफोर्स पायलट की भूमिका निभाई, लेकिन फिल्म की रिलीज के बाद की गई पब्लिसिटी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. इसके अलावा, पॉलिटिशियन मयंक मधुर ने आरोप लगाया कि कंगना ने उन्हें फिल्म में रोल देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं किया. कंगना रनौत की फिल्मों के साथ जुड़े ये विवाद उनकी फिल्मी जर्नी का एक इम्पॉटेंट हिस्सा हैं.
'वो लम्हे' के सेट पर पड़ी चप्पल
कंगना रनौत की फिल्मों से जुड़ी विवादों में एक पुराना मामला भी शामिल है. 'वो लम्हे' के सेट पर महेश भट्ट ने कंगना रनौत पर चप्पल फेंकी थी. यह घटना तब की है जब कंगना की उम्र 19 साल थी. इस घटना की जानकारी कंगना की बहन रंगोली चंदेल ने साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कंगना इस घटना के बाद दिनभर रोती रही थीं. रंगोली ने यह भी बताया कि कंगना को ब्रेक देने वाले महेश भट्ट नहीं, बल्कि अनुराग बासु थे. यह घटना कंगना के करियर की एक दर्दनाक याद बन गई है.