साल 1988 में धीर बी.आर. चोपड़ा की महाकाव्य टेलिविजन सीरियल 'महाभारत' को हर कोई जानता है. कोरोना वायरस के कहर के दौरान भारत में हुए लॉकडाउन के चलते इस शो को दूरदर्शन पर दोबारा टेलीकास्ट किया गया, जिसे यंग जनरेशन ने भी ख़ूब दिलचस्पी से देखा. लोगों ने महाभारत के किरदार को भी खूब प्यार दिया. वहीं इनमें से एक पकंज धीर भी है. एक्टर 9 नवंबर को अपना जन्मदिन मना रहे है. एक्टर 9 तारीख को 65 साल के हो जाएंगे.
मंदिरों में पूजा जाता है
एक्टर के कर्ण वाले रोल को खूब पॉप्युलैरिटी मिली. उनके रोल को इतनी पॉप्युलैरिटी मिली की उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल स्कूलों में किताबों में कर्ण के संदर्भ में किया गया था. इसके अलावा उनकी मूर्तियों को करनाल और बस्तर के मंदिरों में कर्ण के रूप में पूजा जाता है.
लोग ख़ूब प्यार देते हैं
इन मंदिरों में पंकज धीर की शक्ल दिखाई दे रही है. पंकज धीर के मुताबिक इन दोनों मन्दिरों में 8 फीट ऊंची प्रतिमा लगी हुई है. उन्होंने बताया था, “‘मैं इन दोनों मंदिरों में जा चुका हूं. वहां आठ फीट लंबी प्रतिमा बनी हुई है. मैं लोगों का तह-ए-दिल से आभारी हूं कि उन्होंने मुझे इतना प्यार दिया है. जब भी मैं वहां जाता हूं, लोग ख़ूब प्यार देते हैं.” आज बच्चों की किताबों में कई जगहों पर कर्ण की जगह मेरी तस्वीर छपी हुई है. बच्चे मुझे देखते ही ‘कर्ण’ बुलाने लगते हैं.“
इस शो में आ चुकें है नजर
इसके अलावा एक्टर टीवी सीरीज़ 'ज़ी हॉरर शो' (1993) के पहले एपिसोड 'दस्तक' में अर्चना पूरन सिंह के साथ अहम भूमिका में नजर आए थे. कोर्ट-रूम ड्रामा पर आधारित टीवी सीरीज 'कानून' में वकील की भूमिका में नजर आए थे.
मूंछों के लिए छोड़ा रोल
जब अर्जुन का रोल पंकज धीर को मिला, तो सारी बात उनकी मूंछों पर आकर ही अटक गई. क्योंकि पंकज ने अपनी मूंछें हटाने से इन्कार कर दिया था और उनके हाथ से ये रोल निकल गया. उन्हें इस शो से ही बाहर कर दिया गया था. हालांकि, बाद में मेकर्स ने उनसे फिर से सम्पर्क किया और उन्हें कर्ण का रोल ऑफर किया गया, जो आज भी लोगों के जहन में जिंदा है.
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