Jaya Amitabh Bachchan Wedding: अमिताभ बच्चन आज बॉलीवुड के शंहशाह माने जाते हैं. उन्हे महानायक भी माना जाता है. एक्टर ने अपनी लव-लाइफ जया भादुड़ी से 3 जून, 1973 को शादी रचाई थी. जंजीर की सफलता के बाद अमिताभ ने जया से शादी करके सबके होश उड़ा दिए थे. ये शादी एक निजी समारोह में हुई जिसमें केवल उनके परिवार के सदस्य और करीबी दोस्त ही शामिल हुए थे. हालांकि, जया और अमिताभ बच्चन की शादी विवादित कही जाती है. नहीं रेखा इसकी वजह नहीं हैं. बल्कि दोनों की शादी पर बंगाली पुजारी और बंगाली ब्राह्मण नाराज हो गए थे. जया और अमिताभ ने इंटर-कास्ट वेडिंग की थी जिसपर शादी करवाने आया पंडित ही नाराज हो गया था.
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क्या जया-अमिताभ की शादी से नाखुश थे उनके पिता
जया बच्चन के पिता और पत्रकार तरुण कुमार भादुरी ने एक आर्टिकल लिखा था. इसमें उन्होंने बताया था कि कैसे जया और अमिताभ की शादी में बंगाली पुजारी ने बंगाली ब्राह्मण (जया) और गैर-बंगाली गैर-ब्राह्मण (अमिताभ) के मिलन पर आपत्ति जताई थी. इसी लेख में उन्होंने जया और अमिताभ की शादी से नाखुश होने की अफवाहों को भी खारिज कर दिया था.
जया बच्चन ने कर लिया था अमिताभ से शादी का फैसला
1989 में इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया के लेख में तरुण ने बताया कि वे अमिताभ से प्रभावित थे और जानते थे कि वे अपनी बेटी से इसलिए शादी नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह एक बड़ी स्टार हैं. जया बच्चन के पिता ने लिखा, “मुझे लगा कि वे आम बॉम्बे फिल्म स्टार नहीं हैं. कुछ दुष्ट लोग कहते थे कि अमिताभ ने जया से इसलिए शादी की क्योंकि वह एक बड़ी स्टार थीं, लेकिन यह पूरी तरह से झूठ है. उन्होंने जंजीर के सफल होने का इंतजार किया, लेकिन जया ने वैसे भी उनसे शादी कर ली होती.”
सीक्रेट वेडिंग की ऐसी थी तैयारी
शादी का फैसला करने के बाद अमिताभ ने जया की मां को फोन करके उनके मुंबई आने का इंतजाम किया था. ये एक सीक्रेट वेडिंग थी जिसकी खबर ज्यादा लोगों को नहीं थी. जया के पिता ने लिखा, "और देखते ही देखते हम 3 जून, 1973 को 'गुप्त विवाह' की व्यवस्था करने के लिए अगले दिन बॉम्बे पहुंच गए. मालाबार हिल में हमारे परिवार के दोस्तों, पंडितों के फ्लैट में शादी की व्यवस्था की गई, लेकिन यह सब जल्दी हुआ, इसलिए उन्हें मुंबई में बंगाली पुजारी खोजने में मुश्किल हुई.
शादी करवाने आए पंडित ने किया विरोध
तरुण ने आगे लिखा, "बंगाली विवाह आमतौर पर एक लंबा लेकिन बेहद दिलचस्प मामला होता है. बंगाली पुजारी (जिन्हें बड़ी मुश्किल से ढूंढा गया) ने पहले तो बंगाली ब्राह्मण (जया) और गैर-बंगाली गैर-ब्राह्मण (अमिताभ) के बीच विवाह कराने का विरोध किया. काफी परेशानी के बाद यह मामला सुलझ गया. अमित ने बिना किसी को नाराज किए सभी रस्में पूरी कीं. शादी के अगले दिन दोनों लंदन चले गए थे.