Salman Khan Firing case: बॉलीवुड एक्टर सलमान खान इंडस्ट्री के सबसे चहेते कलाकार हैं. उनकी देशभर में जबरदस्त फैन-फॉलोइंग है. सलमान खान के बांद्रा स्थित घर के बाहर इसी साल गोलीबारी की घटना हुई थी. इस गोलीबारी की घटना ने सलमान खान और उनके परिवार को डरा दिया था. फैंस भी अपने प्यारे भाईजान सुरक्षा के लिए चिंतिंत हो गए थे. इस मामले में मुंबई पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी. अब मुंबई पुलिस ने आरोप लगाया है कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई ने यह हमला करवाया था. उसने एक बंदूकधारी को बॉलीवुड सुपरस्टार के घर के बाहर हवा में गोलियां चलाने का निर्देश दिया था ताकि उसे डरा सकें.
सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी मामले में पुलिस ने ताजा अपडेट्स साझा किए हैं. पुलिस ने बताया कि अनमोल बिश्नोई ने मुंबई में अपना वर्चस्व बनाने के लिए और शहर में बिश्नोई गिरोह का प्रभुत्व स्थापित करने ये हमला करवाया था.
हमला ऐसा हो कि भाई डर जाएं
चार्जशीट के अनुसार, एक बातचीत में अनमोल बिश्नोई ने विक्की कुमार गुप्ता को निर्देश दिया कि वह शूटिंग इस तरह से करे कि 'भाई' (सलमान खान) डर जाएं, भले ही इसमें एक मिनट से अधिक समय लगे. लेकिन शूटर्स को भाईजान के दिल में डर पैदा करना है.
CCTV के सामने बेखौफ दिखे शूटर्स
महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम की विशेष अदालत में पेश किए गए आरोपपत्र में अनमोल बिश्नोई और शूटर विक्की कुमार गुप्ता के बीच बातचीत के टेप शामिल हैं. अनमोल ने कथित तौर पर गुप्ता से कहा कि वह इस तरह से गोली चलाए कि खान डर जाए. साथ ही शूटर्स को सीसीटीवी फुटेज में निडर दिखने के लिए सिगरेट भी पीने को कहा गया था. इस मामले में पुलिस ने 1,735 पन्नों की चार्जशीट दायर की है.
शूटर्स को दिया इस चीज का लालच
सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने के लिए अनमोल बिश्नाई ने शूटर्स से हा कि, आप यह काम करके इतिहास रच देंगे और आपका नाम सभी अखबारों और अन्य मीडिया में होगा. इससे उनके नाम और शोहरत बढ़ेगी साथ ही गैंगस्टर के रूप में वो पॉपुलर हो जाएंगे."
गोलीबारी में शामिल आरोपी गिरफ्तार
14 अप्रैल को सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट स्थित आवास के बाहर कई गोलियां चलाई गई थीं. इस मामले में गुप्ता, पाल, सोनू कुमार बिश्नोई, मोहम्मद रफीक चौधरी, हरपाल सिंह और अनुज कुमार थापन को गिरफ्तार किया गया है. बताया जाता है कि थापन ने पुलिस हिरासत में रहते हुए आत्महत्या कर ली थी. शेष पांच लोग फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.