दिग्गज एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर हाल ही में "ब्रेकिंग द बाउंड्रीज़: एन एक्सीडेंटल एक्टर टू एन आइडल" नाम के शो में शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने अपने करियर, फेमस बिकिनी सीन और दिवंगत क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की.
बिकिनी सीन का कॉन्ट्रोवर्सी
शर्मिला ने अपने फिल्म 'एन इवनिंग इन पेरिस' में किए गए बिकिनी सीन का जिक्र करते हुए कहा कि 60 के दशक के अंत में यह सीन काफी कॉट्रोवर्शियल था. उन्होंने बताया कि उस समय यह इतना चौंकाने वाला था कि संसद में इस पर सवाल उठाए गए थे. लेकिन आज के आउटफिट की तुलना में, यह सीन अब बहुत मासूम लगता है.
गंभीर सिनेमा की ओर रुख
शर्मिला ने कहा, "आज की फिल्मों में जो दिखाया जाता है, उसकी तुलना में यह सीन अब काफी हल्का लगता है. "शर्मिला ने बताया कि उन्होंने ग्लैमरस भूमिकाओं के बाद गंभीर सिनेमा की ओर क्यों रुख किया. उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा होगा जब कोई आपसे ज्यादा सुंदर होगा, इसलिए उन्होंने अपने एक्टिंग स्किल पर ध्यान देना ज्यादा समझदारी भरा समझा. यह विचार न केवल उनके करियर के लिए बल्कि उनके विकास के लिए भी इम्पॉटेंट रहा.
आराधना की सफलता
शर्मिला ने अपनी फेमस फिल्म 'आराधना' के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि यह फिल्म 1969 में रिलीज होने पर एक बड़ी हिट रही. "जब आराधना रिलीज़ हुई, तो चेन्नई में हिंदी फिल्मों के खिलाफ बहुत बड़ा विरोध हुआ. लेकिन इसके बावजूद, यह फिल्म 50 हफ्तों तक चली. " उन्होंने कहा, यह हमारी इमोशन को दिखाता है कि वे भाषा से परे होती हैं.
शर्मिला की नई प्रोजेक्ट्स
शर्मिला की आखिरी स्क्रीन आउटिंग इस साल की ओटीटी रिलीज 'गुलमोहर' थी, जिसमें मनोज बाजपेयी और सिमरन भी मुख्य भूमिकाओं में थे. शर्मिला टैगोर ने न केवल भारतीय सिनेमा में एक इम्पॉटेंट रोल प्ले किया है, बल्कि उन्होंने अपने विचारों और एक्सपीरिंयस से युवा पीढ़ी को प्रेरित भी किया है.