बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत को चंडीगढ़ जिला अदालत में पेश होने का नोटिस जारी किया गया है. यह आदेश कंगना की नई फिल्म 'इमरजेंसी' के खिलाफ दायर की गई याचिका पर अदालत ने मंगलवार को सुनवाई करते हुए जारी किया है. कंगना को 5 दिसंबर को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है.
एफआईआर की मांग
यह याचिका जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट रविंदर सिंह बस्सी ने दायर की है. याचिका में कंगना रनौत, स्क्रीनप्ले राइटर रितेश शाह, और जी स्टूडियो को डिफेंडर बनाया गया है. एडवोकेट बस्सी ने आरोप लगाया है कि कंगना की फिल्म 'इमरजेंसी' सिखों की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है और एसएसपी चंडीगढ़ को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश देने की याचिका की है.
फिल्म की रिलीज पर रोक
कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी', जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर आधारित है, 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी. हालांकि, फिल्म की रिलीज पर फिलहाल रोक लग गई है. फिल्म के ट्रेलर को भी जारी किया जा चुका है, लेकिन इसके खिलाफ विवाद बढ़ता जा रहा है.
सिख समुदाय की आपत्ति
मोहाली के निवासी गुरिंदर सिंह और गुरमोहन सिंह ने भी फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म में सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है और यह जानबूझकर सिखों की छवि खराब करने के इरादे से बनाई गई है.
कंगना रनौत का अगला कदम
याचिका में यह भी मांग की गई है कि फिल्म की रिलीज से पहले एसजीपीसी के सदस्य शामिल होने वाले एक्सपर्ट्स का पैनल बनाया जाए, जो फिल्म देखे और विवादित सीन को काटे. अभी तक, कंगना रनौत और उनकी टीम ने इस मामले पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. जैसे-जैसे कोर्ट की पेशी की तारीख करीब आती है, यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का समाधान कैसे निकलता है और फिल्म की रिलीज पर क्या प्रभाव पड़ेगा.